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महेंद्र सिंह धोनी की देशभक्ति से बहुत खुश हुए गेंदबाज शेल्डन कॉटरेल, बताया सच्चा देशभक्त

कैरेबियाई तूफानी तेज गेंदबाज शेल्डन कॉटरेल महेंद्र सिंह धोनी की देशभक्ति से बहुत खुश हुए हैं. कॉटरेल ने भारतीय प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की भूमिका के लिए महेंद्र सिंह धोनी की सराहना करते हुए उन्हें सच्चा देशभक्त बताया है. बता दें कि शेल्डन कॉटरेल वेस्टइंडीज के वही तेज गेंदबाज हैं जो हमेशा विकेट लेने के बाद आर्मी स्टाइल में सैल्यूट ठोककर जश्न मनाते हैं. कॉटरेल ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर धोनी की तारीफ की है. कॉटरेल ने धोनी का एक वीडियो शेयर कर इस अनुभवी विकेटकीपर की तारीफ की है.

यह वीडियो 2018 का है जब धोनी को देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया था. कॉटरेल ने ट्वीट किया, ‘यह व्यक्ति (धोनी) क्रिकेट के मैदान पर प्रेरणा है. लेकिन साथ ही वह देशभक्त भी है और एक ऐसा व्यक्ति जो अपने देश के लिए समर्पित है. पिछले कुछ हफ्तों से साथियों के साथ जमैका में अपने घर में हूं और इस दौरान चीजों के बारे में सोच विचार करने का समय मिला.’ उन्होंने लिखा, ‘मैंने मित्रों और परिवार के साथ इस वीडियो को शेयर किया क्योंकि उन्हें पता है कि मैं सम्मान को लेकर कैसा महसूस करता हूं.

लेकिन पत्नी और पति के बीच का लम्हा वास्तव में देश और जोड़ीदार के प्रति प्रेरणादायी प्यार को दर्शाता है.’ कॉटरेल खुद भी सेना से जुड़े रहे हैं और विकेट लेने के बाद उनका सैल्यूट करते हुए जश्न मनाने का अंदाज काफी लोकप्रिय है. बता दें कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेट में उनकी उपलब्धियों के कारण 2011 में प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी. धोनी यह सम्मान पाने वाले कपिल देव के बाद दूसरे भारतीय क्रिकेटर हैं. धोनी को मानद कमीशन दिया गया क्योंकि वह एक यूथ आइकन हैं और वह युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित कर सकते हैं. नवंबर 2011 में धोनी को प्रादेशिक सेना (TA) में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद रैंक से सम्मानित किया गया था. तब उन्होंने कहा था कि वह सेना में अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें क्रिकेटर बना दिया.

धोनी 2015 में प्रशिक्षित पैराट्रूपर बन गए थे
महेंद्र सिंह धोनी अगस्त 2015 में प्रशिक्षित पैराट्रूपर बन गए थे. आगरा के पैराट्रूपर्स ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) में भारतीय वायु सेना के एएन-32 विमान से पांचवीं छलांग पूरी करने के बाद उन्होंने प्रतिष्ठित पैरा विंग्स प्रतीक चिह्न (Para Wings insignia) लगाने की अर्हता प्राप्त कर ली थी. उल्लेखनीय है कि तब धोनी 1,250 फीट की ऊंचाई से कूद गए थे और एक मिनट से भी कम समय में मालपुरा ड्रॉपिंग जोन के पास सफलतापूर्वक उतरे थे.

कॉटरेल भी हैं फौजी
कॉटरेल ने खुद अपने दिलचस्प स्टाइल के बारे में बताते हुए कहा कि वह पेशे से फौजी हैं और वह ऐसा आर्मी के सम्मान में करते हैं. 29 साल के इस कैरिबियाई खिलाड़ी ने वेस्ट इंडीज के लिए साल 2015 में डेब्यू किया था. कॉटरेल ने कहा, ‘ये एक मिलिट्री स्टाइल का सैल्यूट है. मैं पेशे से फौजी हूं. सलामी देकर मैं सिर्फ जमैका डिफेंस फोर्स के लिए अपने सम्मान को दिखाता हूं.’ कॉटरेल ने कहा, ‘जब भी मुझे विकेट मिलता है मैं सलामी देता हूं. जब मैं आर्मी की ट्रेनिंग कर रहा था तो उस दौरान मैंने मार्च और सलामी की 6 महीने प्रैक्टिस की थी.’

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