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भारतीय न्याय संहिता में नए हिट एंड रन क़ानून के ख़िलाफ़ ड्राइवरों की देशव्यापी हड़ताल

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन के मामलों को लेकर 10 साल की सज़ा और 7 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है, जिसके ख़िलाफ़ देशभर के ट्रांसपोर्टर और ड्राइवर हड़ताल पर चले गए हैं. इसके चलते विभिन्न राज्यों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हुई है. भारतीय न्याय संहिता के तहत हिट-एंड-रन मामलों के लिए 7 लाख जुर्माना और 10 साल की जेल की सजा के नए प्रावधान का विरोध करते हुए ट्रक, टैक्सी और बस ऑपरेटरों ने देशव्यापी हड़ताल की और केंद्र सरकार से मांग की कि इससे उनका अनुचित उत्पीड़न हो सकता है.

सोमवार से शुरू हुई तीन दिवसीय हड़ताल से आने वाले दिनों में ईंधन स्टेशनों पर पेट्रोल और डीजल के वितरण और फल तथा सब्जी की आपूर्ति पर असर पड़ने की संभावना है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने नए कानून के प्रावधानों के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया था, जिनका अभी लागू होना बाकी है. आगे की रणनीति तय करने के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को बैठक बुलाई है.

महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और बिहार के स्थानीय परिवहन संघों के अनुसार, प्रावधान के विरोध में सोमवार को निजी बसें, ट्रक, तेल टैंकर और टैक्सियां सड़कों से नदारद रहीं. अधिकांश राज्यों में हड़ताल का असर आंशिक रहा और पंजाब के विभिन्न स्थानों, मध्य प्रदेश के इंदौर, गुजरात के सूरत और हरियाणा के अंबाला से ड्राइवरों के विरोध प्रदर्शन की खबरें आईं. चूंकि तेल टैंकर चालक भी हड़ताल पर हैं, इसलिए राज्यों में ईंधन की उपलब्धता में कमी की भी सूचना है.

उत्तर प्रदेश

सरकारी रोडवेज और निजी बस कंपनियों के ड्राइवरों के हड़ताल में शामिल होने से उप्र में कम से कम 7 लाख ट्रक सड़क से नदारद रहे. लखनऊ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि अगर हड़ताल एक और दिन जारी रही तो ईंधन की कमी हो जाएगी. उन्होंने कहा, ‘अगले कुछ दिनों में सब्जियों, फलों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित होगी.’

मीडिया ने बताया है कि कई स्थानों पर ड्राइवरों ने अपने सहयोगियों को व्यावसायिक वाहन चलाने से रोका, जिसमें लखनऊ जिले में सभी सीमाओं पर स्थित टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन करके अपने सहयोगियों को वाणिज्यिक वाहन चलाने से रोकना शामिल है.

पंजाब

सरकारी पंजाब रोडवेज और निजी बस कंपनियों के ड्राइवरों के हड़ताल में शामिल होने से पंजाब में कम से कम 7 लाख ट्रक सड़क से नदारद रहे. लुधियाना गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष जेपी अग्रवाल ने बताया कि अगर हड़ताल एक और दिन जारी रही तो ईंधन की कमी हो जाएगी. उन्होंने कहा, ‘अगले कुछ दिनों में सब्जियों, फलों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित होगी.’

हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया है कि कई स्थानों पर ड्राइवरों ने अपने सहयोगियों को व्यावसायिक वाहन चलाने से रोका, जिसमें अंबाला जिले में पंजाब और हरियाणा सीमा पर शंभू टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन करके अपने सहयोगियों को वाणिज्यिक वाहन चलाने से रोकना शामिल है.

मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में परिवहन संघों ने दावा किया कि लगभग 10,000 निजी बसें, ट्रक और टैक्सियां सोमवार और आज मंगलवार को नहीं चलीं, जिससे राज्य में सार्वजनिक परिवहन प्रभावित हुआ. इंदौर, बालाघाट, उज्जैन, रतलाम और भोपाल जैसे कई जिलों में पेट्रोल पंपों पर दोपहर में आपूर्ति कम होने के कारण वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं. इसके कारण इंदौर और भोपाल जैसे शहरों में पेट्रोल पंपों की आपूर्ति और आवश्यक वस्तुओं के वितरण पर असर पड़ा.

पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, ‘लोगों में दहशत थी. मध्य प्रदेश में कई पेट्रोल पंप पर अभाव की स्थिति पैदा हुई है. प्रशासन निजी टैंकरों की मदद से पंपों को फिर से भरने की कोशिश कर रहा है.’

करोंद मंडी सब्जी विक्रेता संघ के अध्यक्ष नसीम खान ने बताया, ‘हम किसी तरह से सब्जियों की सीमित आपूर्ति का इंतजाम कर रहे हैं, अगर हड़ताल एक दिन और जारी रही, तो फलों और सब्जियों की कमी हो जाएगी.’

सोमवार एवं आज मंगलवार को भोपाल में ड्राइवरों ने ट्रक सड़क पर खड़े करके रायसेन रोड जाम कर दिया. भोपाल में ड्राइवर एसोसिएशन के नेता अमर पटेल ने कहा, ‘यह एक काला कानून है, और ड्राइवर 7 लाख रुपये का जुर्माना नहीं दे सकता. हम कानून में संशोधन होने तक सेवाएं फिर से शुरू नहीं करेंगे. धार में ड्राइवरों ने मुंबई-आगरा हाईवे पर ट्रक खड़े कर दिए और निजी वाहन रोक दिए. पन्ना में बस-ट्रक चालकों ने नेशनल हाईवे-39 और देवास में भी राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया.’

जम्मू कश्मीर

ऑल जम्मू कश्मीर पेट्रोल टैंकर ओनर्स एसोसिएशन और जम्मू कश्मीर फ्यूल स्टेशन ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनन शर्मा ने बताया, ‘सभी तेल टैंकर सोमवार सुबह से हड़ताल पर हैं. किसी भी ड्राइवर ने तेल डिपो से तेल नहीं भरा है क्योंकि वे नए प्रावधानों को ‘काला कानून’ बताते हैं, जो उन्हें स्वीकार्य नहीं हैं.’

शर्मा ने कहा कि हिट एंड रन मामले में प्रस्तावित सात लाख रुपये का जुर्माना और 10 साल की सजा ड्राइवरों के लिए बहुत कठोर है. शर्मा ने कहा, ‘तेल टैंकर चालक प्रावधानों को बहुत कठोर बताते हैं. वे कहते हैं कि अगर उनके पास 7 लाख रुपये होते तो वे अपनी खुद की गाड़ियां खरीद लेते और क्यों ड्राइवर बने रहते.’

गुजरात

हड़ताल के चलते सोमवार को गुजरात में लगभग 40 फीसदी व्यावसायिक वाहनों के पहिए थमे रहे. अखिल गुजरात ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश दवे ने स्पष्ट किया कि हड़ताल किसी ट्रक मालिक संघ द्वारा शुरू नहीं की गई है.

उन्होंने कहा कि ड्राइवर नए कानून का विरोध कर रहे हैं, जिससे गुजरात में 12 लाख व्यावसायिक वाहनों में से लगभग 40 फीसदी पर असर पड़ा है.

दवे ने कहा, ‘हम मामले को सुलझाने के लिए केंद्र के साथ बातचीत कर रहे हैं, और हम ड्राइवरों को काम पर लौटने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनसे भी बातचीत कर रहे हैं. गौरतलब है कि यह कानून तुरंत लागू नहीं किया जाएगा. मुझे विश्वास है कि एक शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाएगा.’

हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश में राज्य संचालित हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने हड़ताल के कारण ईंधन की कमी होने की आशंका व्यक्त की है. एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने कहा, ‘बेशक हड़ताल ने एचआरटीसी को प्रभावित किया है.’

एचआरटीसी के पास लगभग 3,200 बसों का बेड़ा है जो राज्य के दूरदराज के हिस्सों को आपस में जोड़ता है.

हिमाचल के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वे तेल आपूर्ति करने वाली कंपनियों के संपर्क में हैं लेकिन हरियाणा में ट्रक यूनियन उन्हें हिमाचल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं.

अधिकारियों ने कहा कि नए साल के जश्न के कारण ईंधन की भारी मांग थी और अब राज्य भर के लगभग 600 फिलिंग स्टेशनों में सीमित मात्रा में ईंधन बचा है. ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के अध्यक्ष बावा हरदीप सिंह ने कहा, ‘फिलहाल, टैंकर चालक हड़ताल पर हैं और मेरा मानना है कि अगले कुछ दिनों में फिलिंग स्टेशन में ईंधन की कमी हो सकती है.’

वहीं, निजी बस ऑपरेटरों आज मंगलवार से हड़ताल में शामिल रहे है.

हरियाणा

हरियाणा में, उत्तरी हरियाणा के विभिन्न जिलों में लगभग 200 बसें सड़कों से नदारद रहीं क्योंकि निजी बस संचालकों और ड्राइवरों ने अंबाला, करनाल, कुरूक्षेत्र, यमुनानगर और अन्य जिलों में सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दीं.

हरियाणा के विभिन्न जिलों में कई पेट्रोल पंपों को ईंधन की आपूर्ति करने वाली पानीपत ऑयल रिफाइनरी से भी ईंधन नहीं लिया गया. ट्रक संचालकों ने कहा कि वे एक-दो दिन में नए प्रावधान के खिलाफ जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे.

पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल में, सैकड़ों ट्रक और व्यावसायिक वाहन चालकों ने हिट एंड रन मामलों के लिए नए दंड कानूनों का विरोध करने के लिए हुगली जिले में दनकुनी टोल प्लाजा के पास एनएच-2 को दो घंटे से अधिक समय तक अवरुद्ध रखा. आज भी वाहन नहीं चल रहे हैं !

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