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गुस्से को कंट्रोल में रखे प्रेगनेंसी लेडीज, ये टिप्स आपके लिए होंगे हेल्पफुल

प्रेगनेंट महिलाओं का स्वभाव चिड़चिड़ा और अजीब सा हो जाता है। बॉडी में हो रहे हार्मोल चेंजिस की वजह से ऐसा होता है। प्रेगनेंट महिलाएं अक्सर गुस्सा हो जाती हैं। लेकिन यह गुस्सा आपके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। बच्चे का वजन कम हो सकता है। कई बार इस वजह से अबॉर्शन तक हो सकता है। हर महिला दूसरे से अलग होती है। इस वजह से प्रेगनेंसी से जुड़ी परेशानियां अलग-अलग होती है। एक अच्छी प्रेगनेंसी पाने के लिए और गुस्से को कंट्रोल करने के लिए प्रेगनेंट लेडीज को खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। नीचे कुछ फायदे बताए है जो आपके लिए हेल्पफुल होगें-
हेल्दी फूड
प्रेगनेंसी के वक्त महिलाएं पौष्टिकता के चक्कर में ऐसा  खाना ज्यादा लेती हैं जिसकी उन्हें जरूरत नहीं होती। इससे हेल्थ पर नेगेटिव असर पड़ता है और वे ओवरवेट हो जाती है। अगर आप वर्किंग वुमेन है तो प्रेगनेंसी में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन ले। आपके लिए नट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और साबुत अनाज हेल्दी फूड होगा। खाने के बीच-बीच में सलाद और ताजा फल खाना अच्छा रहेगा। खाते समय मूड अच्छा रखें। एक्टिव रहें
हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करने से गुस्सा कंट्रोल में रहेगा। रोज 15 मिनट योगा करना या कुछ देर टहलने से बॉडी एक्टिव रहेगी। छोटी-छोटी एक्सरसाइज करने से वजन भी नहीं बढ़ेगा , ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहेगा और डिलीवरी के समय दर्द भी कम होगा। छोटे मोटे घरेलू काम भी आपको एक्टिव रखेंगे।
बोझ ना लें
काम को बोझ समझ कर ना करें। अगर किसी भी काम को करने में प्रॉब्लम फील करें तो वो काम ना करें। खुले कपड़े पहनने की आदत डाले। इससे आप कम्फर्टेबल भी महसूस करेंगी।
बहस से बचें
प्रेगनेंसी के दौरान गर्म माहौल को अवॉइड करें। गुस्से वाली बातों को भूलने की कोशिश करें। आप जितना अपने आपको बहस से दूर रखेंगी आपके और आपके लिए उतना ही अच्छा रहेगा, बहस में उलझने से आपको गुस्सा आ सकता है और उसका सीधा प्रभाव आपके बच्चे पे पड़ेगा।
रिलेक्स रहें 
दिनभर में थोड़ा वक्त इंजॉय के लिए भी निकाले। फिल्म देखने जाएं या फिर संगीत सुनें। हो सके तो स्पा थेरेपी लें। ये सब काम आपको खुश रखेंगे और आप एक्टिव रहेंगी।
टाइम-टू-टाइम चेकअप
प्रेगनेंसी के वक्त किसी भी छोटे-मोटे चेंजिस के बारे डॉक्टर से जरुर बात करें। रेगूलर चेकअप करना ना भूले। अगर आप बिना आलस किए डॉक्टर की बातों को मानेगी और अपना अपना ध्यान रखें तो गुस्सा होने का कोई मतलब ही नहीं रहेगा। ये आपके होने वाले बच्चे को शारीरिक और मानसिक रुप से बहुत हेल्प करेगी।

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