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केवल किराया बढ़ा सुविधायें नहीं : मोदी कार्यकाल में आधा दर्जन से ज्यादा रेल दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोग असमय काल के गाल में समा गए !

नई दिल्ली/ लखनऊ : पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार की शाम दर्दनाक रेल हादसा हुआ. अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार शाम दशहरा के मौके पर रावण दहन देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी थी. लोग रेल की पटरियों पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे, तभी अचानक तेज रफ्तार में ट्रेन आई और सैकड़ों लोगों को कुचलती हुई चली गई. रेल पटरियों पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई, जबकि 72 अन्य घायल हो गए. यह पहला मौका नहीं है जब रेल दुर्घटना में लोगों को जान गंवानी पड़ी है. अकेले मोदी सरकार के कार्यकाल में ही आधा दर्जन से ज्यादा रेल दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोग असमय काल के गाल में समा गए. रेल दुर्घटना के चलते ही सुरेश प्रभु की कुर्सी गई और उनकी जगह पीयूष गोयल को लाया गया, लेकिन सिस्टम और रेलवे की लापरवाही से दुर्घटनाओं पर लगाम नहीं लग सकी.

  1. 150 लोगों की मौत: 20 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास पुखरायां में बड़ा रेल हादसा हुआ. इसमें 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
  2. 39 लोगों की मौत: 22 जनवरी 2017 को हीराखंड एक्सप्रेस आंध्र प्रदेश के विजयानगरम जिले में पटरी से उतर गई थी. इस दुर्घटना में करीब 39 यात्रियों की मौत हो गई थी और 36 लोग घायल हुए थे.
  3. 31 लोगों की मौत: 5 अगस्त 2015 में मध्य प्रदेश के हरदा के करीब एक ही जगह पर 10 मिनट के अंदर दो ट्रेन हादसे हुए. इटारसी-मुंबई रेलवे ट्रैक पर दो ट्रेनें मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस और पटना-मुंबई जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गईं. माचक नदी पर रेल पटरी धंसने की वजह से हरदा में यह हादसा हुआ और 31 लोगों की जान चली गई.
  4. 34 लोगों की मौत: 20 मार्च 2015 को देहरादून से वाराणसी जा रही जनता एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 34 लोग मारे गए थे. यह हादसा रायबरेली के बछरावां रेलवे स्टेशन के पास हुई हुआ था.
  5. 25 लोगों की मौत: 25 मई 2015 को कौशांबी के सिराथू रेलवे स्टेशन के पास मूरी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी. हादसे में 25 यात्री मारे गए थे, जबकि 300 से ज्यादा घायल हुए थे.
  6. 22 लोगों की मौत: 19 अगस्त 2017 को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई और 156 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
  7. 22 लोगों की मौत:  26 मई, 2014 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में चुरेन रेलवे स्टेशन के पास गोरखधाम एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी को उसी ट्रैक पर टक्कर मार दी. इस हादसे में 22 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी
  8. 10 स्कूली बच्चों की मौत :  25 जुलाई 2016 को भदोही इलाके में मडुआडीह-इलाहाबाद पैसेंजर ट्रेन मिनी स्कूल वैन टकरा गई. जिसमें 10 स्कूली बच्चों की मौत हो गई है। इस वैन में 19 बच्चे सवार थे.
  9. 4 महिलाओं की मौत: 17 मार्च 2017 को बंगलुरु के चित्रादुर्गा जिले में एक एंबुलेंस की ट्रेन से भिड़ंत होने के चलते चार महिलाओं की मौत हो गई.
  10. 10 अक्टूबर 2018 को रायबरेली के हरचन्द्रपुर रेलवे स्टेशन पर न्यू फरक्का ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने से 7 लोगों की मृत्यु हो गयी थी।
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