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कब्ज, गैस और पाचन संबंधी रोगों को जड़ से खत्म करेगा देसी घी

अगर आप देसी घी इसलिए नहीं खाते हैं कि इसमें फैट होता जिसकी वजह से आप मोटे हो जाएंगे, तो आप गलत हैं। रोजाना देसी घी खाना आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इसे खाने से आपका वजन बिल्कुल नहीं बढ़ता है। घी में ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं जैसे- विटामिन ए, डी और कैल्शियम, फॉस्फोरस, मिनरल्स, पोटैशियम आदि। घी में मौजूद कॉन्जुगेटेड लिनोलेइक एसिड (ओमेगा-6 फैटी एसिड का एक प्रकार) होता है, जो न सिर्फ वजन घटाने में मदद करता है बल्कि कैंसर के खतरे को भी कम करता है। अगर आप रोजाना सिर्फ 2 चम्मच देसी घी खाते हैं, तो आपके शरीर को ढेर सारे फायदे मिलते हैं।  इसलिए आज हम आपको देशी घी के फायदे बता रहे हैं। जिससे आप घर में रहकर ही बिना किसी महंगी दवाईयों के सेवन करे ही सिर्फ देशी घी से अपनी कई सारी गंभीर बीमारियों को मात दे सकते हैं।
पाचन सुधारता है देसी घी
देसी घी का सेवन उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनका पेट साफ नहीं होता है और जिन्हें कब्ज की समस्या है। रोजाना रात में सोने से पहले एक ग्लास गुनगुने दूध में 2 चम्मच देसी घी डालकर पीने से पेट की सभी समस्याएं दूर होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार, देसी घी छोटी आंतों की अवशोषण क्षमता में सुधार करता है और हमारे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के अम्लीय पीएच को कम करता है। इसलिए कब्ज, गैस, मुंह के छाले आदि में देसी घी का प्रयोग कर सकते हैं। बेहतर होता है रक्त संचार
नर्वस सिस्टम के विकास में घी बहुत मदद करता है। ऐसे में रोजाना 2 चम्मच घी का सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद है। घी फैट सॉल्युबल विटामिन ए डी, ई और के का मुख्य स्रोत होता है। जो ब्लड सेल में जमा कैल्शियम को हटाने का काम करता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। छोटे बच्चों के लिए देसी घी बहुत फायदेमंद माना जाता है। ये विटामिन बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए अच्छा होता है। साथ ही ये बच्चों के इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है।
जलने के बाद भी नुकसान नहीं 
आमतौर पर जिस तेल या घी से आप खाना बनाते हैं (सरसों का तेल, सोयाबीन तेल, वनस्पति घी आदि), उन सभी का ‘स्मोकिंग प्वाइंट’ बहुत कम होता है यानी ये सभी तेल और घी तेजी से जलते हैं इसलिए एक बार से ज्यादा प्रयोग करने पर सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। मगर देसी घी का ‘स्मोकिंग प्वाइंट’ बहुत ज्यादा होता है इसलिए ये आसानी से जलता नहीं है। देसी घी में स्थिर सेचुरेटेड बॉण्ड्स बहुत अधिक होते हैं, जिससे फ्री रेडिकल्स निकलने की आशंका कम होती है। फ्री रेडिकल्स अगर ज्यादा हो जाएं, तो आपको कैंसर, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, मानसिक रोग और अन्य ढेर सारी बीमारियों का खतरा होता है। इसके अलावा फ्री रेडिकल्स की संख्या बढ़ने पर आप जल्दी बूढ़े होने लगते हैं।
क्षमता बढ़ाता है घी
देसी घी का सेवन रोजाना करने से आपके शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इसलिए जो लोग रोजाना इसका इस्तेमाल करते हैं, उनको रोग और इंफेक्शन आसानी से नहीं होते हैं। देसी घी इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा तंत्र) और मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है। देसी घी को आप रोटी पर लगाकर खाएं, दाल और सब्जी में डालकर खाएं या दूध में मिलाकर पिएं। बाजार से घी खरीदते हों तो कुछ बातों का ध्यान रखें। पैक पर हाइड्रोजेनेटेड ऑयल और ट्रांस्फैट लिखा हो तो उसे न खरीदें।

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