Breaking News

उत्तराखंड की पांच महिलाओं को शैलश्री सम्मान से नवाजा

लखनऊ। उत्तराखंड में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नई पहल नई सोच संस्था की ओर से आईआरडीटी सभागार में रविवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पांच महिलाओं को सम्मानित किया गया।

आयोजन के मुख्य अतिथि हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले महाराज, मंगला माता, विशिष्ट अतिथि जाने माने लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, रहे।

कार्यक्रम का शुभारम्भ हंस फाउंडेशन के संस्थापक मंगला माता, भोले महाराज, सुप्रसिद्ध गायक नरेंद्र सिंह नेगी व बदरीकेदार मन्दिर समिति के अध्यक्ष शिव प्रसाद ममगाई ने दीप प्रज्वलित कर किया गया।

आयोजक व संस्था के संचालक अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोडा ने बताया कि उनकी संस्था हर साल उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित करती है। इस दौरान महिला के संघर्ष पर बनी लघु फ़िल्म “ऊँमा बोल दियां” की स्क्रीनिंग हुई।

फ़िल्म के निर्देशक कविलाश नेगी ने बताया कि यह फ़िल्म सुप्रसिद्ध साहित्यकार बल्लभ डोभाल की कहानी “कही अनकही” पर आधारित है। इस सम्बंध में सुप्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस कहानी को पढ़कर वे अपने शब्दों को रोक नहीं पाए।

उन्होंने कहानी को आधार बनाकर उन्होंने एक गीत “हे दिल्ली वला द्यूरा, तिन भैजी भी देखिनी कभी आंदा-जांदा” की संरचना की। जो दर्शकों को खूब रास आया।

इन्हें किया गया सम्मानितसम्मानित होने वाली महिलाओं में एसिड पीड़ितों के लिए काम करने वाली डॉ प्रतिभा नैथानी, अंधे बच्चों को उत्तरकाशी के नौगांव में शिक्षा देने वाली विजय लक्ष्मी, स्वयं दिव्यांग होकर पिछले 20 बर्षों में 25 हजार से भी अधिक दिव्यांगों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने वाली मधु मैखुरी, उत्तराखण्ड में राजुला मालूशाही का जागर गाने वाली जागर गायिका बागेश्वर निवासी कमला देवी, कैलाश व कैलाश मानसरोवर यात्रा के मार्ग के गांव पिथौरागढ़ के नबी गांव में होम स्टे के माध्यम से ग्रामीणों के लिए आर्थिकी के नए रास्ते शुरू करने वाली ग्राम प्रधान सनम देवी नबियाल को सम्मानित किया गया।

Loading...

Check Also

चार चरणों के चुनाव में भाजपा चारों खाने चित हो गयी है : अखिलेश यादव

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व ...