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विकास दुबे के भाई और उससे जुड़े आठ लोगों पर कार्रवाई, लाइसेंस निरस्त कर असलहे जब्त

अशाेक यादव, लखनऊ। विकास दुबे के भाई समेत बिकरू कांड से जुड़े आठ असलहा लाइसेंस को डीएम कोर्ट ने निरस्त कर दिया है। सभी असलहों को जब्त कर लिया गया है। अब तक 18 असलहा लाइसेंस निरस्त हो चुके हैं। 11 असलहा लाइसेंसों पर डीएम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। 

बिकरू कांड को अंजाम देने वाले विकास दुबे के करीबियों पर लगातार शिकंजा कस रहा है। चौबेपुर पुलिस ने विकास दुबे के भाई, परिवार समेत 29 के असलहा लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति की थी। सभी की सुनवाई डीएम कोर्ट में चल रही थी।

पूर्व डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी की कोर्ट ने 10 असलहा लाइसेंस को निरस्त किया था। सोमवार को जिलाधिकारी आलोक तिवारी की कोर्ट ने आठ असलहा लाइसेंस को निरस्त कर दिया है। एडीएम सिटी अतुल कुमार ने बताया कि बिकरू कांड से जुड़े व विकास के करीबियों के आठ लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। 

विकास दुबे का भाई बिकरू निवासी दीपक दुबे, श्रीकांत शुक्ला,  रमेश चंद्र द्विवेदी,  राकेश कुमार,  रवींद्र कुमार, मदारीपुरवा निवासी सूरज सिंह और बसेन निवासी आशुतोष उर्फ शिव त्रिपाठी के दो असलहा लाइसेंस को निरस्त किया गया है। 

बहुचर्चित कानपुर एनकाउंटर में जिन असलहों का इस्तेमाल हुआ था, उनमें से दस असलहों पर तमाम लोगों की उंगलियों के निशान थे। चार्जशीट के साथ लगाई गई एफएसएल टीम की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी साझा की गई है। यहां निशान एक-दूसरे को असलहा देने और लेने में आए।

पुलिस चार्जशीट में एफएसएल रिपोर्ट में यह कहा गया है कि दस असलहा जिसमें पिस्टल, राइफल और बंदूकों, तमंचों में एक से ज्यादा उंगलियों के निशान पाए गए हैं। इतना ही नहीं, असलहों में कुछ उंगलियों के निशान ऐसे हैं जो एक के ऊपर एक चढ़े हुए हैं।

जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि दो जुलाई को बिकरू में घटना के दौरान आरोपितों ने एक-दूसरे को असलहा दिए थे जिसके कारण इतने सारे उंगलियों के निशान आ गए हैं। चार्जशीट में जिन 102 गवाहों की गवाही दाखिल की गई है। उसमें भी इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपितों ने एक-दूसरे को असलहे दिए थे।

एक दर्जन से ज्यादा शस्त्र बरामद 
बिकरू कांड में पुलिस अब तक एक दर्जन से ज्यादा असलहे बरामद कर चुकी है। इसमें बंदूक, राइफल, तमंचा आदि शामिल हैं। पुलिस से लूटी गई पिस्टल और एक 47 में भी आरोपितों की उंगलियों के निशान मिले हैं। इसके बारे में भी एफएसएल रिपोर्ट में जानकारी दी गई है।

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