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IND vs AUS 4th Test, Day 2: भारत ने कसा कंगारुओं पर शिकंजा, इन शानदार बल्लेबाजों का रहा योगदान

सिडनी: टीम विराट ने सिडनी में खेले जा रहे चौथे और सिरीज के आखिरी टेस्ट (AUS vs IND, 4th Test) के दूसरे दिन ही मेजबान टीम पर पूरी तरह शिकंजा कस दिया है. भारत के यह शिकंजा कसने में चेतेश्वर पुजारा (193), ऋषभ पंत (नाबाद 159 रन) और बाद में रवींद्र जडेजा (81) की शानदार बल्लेबाजी का योगदान रहा. इस सामूहिक प्रयास से भारत ने चायकाल के करीब सवा घंटे बाद अपनी पहली पारी सात विकेट पर 622 रन के विशाल स्कोर पर घोषित कर दी. नॉथन लॉयन ने चार बल्लेबाजों को आउट किया. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने दिन के खेल की समाप्ति पर बिना किसी नुकसान के 24 रन बना लिए हैं. हैरिस (19) और ख्वाजा (5) पर हैं. ऋषभ पंत ने तीसरे ही ओवर में उस्मान ख्वाजा का आसान कैच टपका दिया. कुल मिलाकर ऑस्ट्रेलिया दूसरे दिन ही पूरी तरह से बैकफुट पर आ गया है, या कहें कि मैच से करीब-करीब बाहर हो गया है.

यहां से कहा जा सकता है कि भारत ने सीरीज पर अपना नाम चंस्पा कर दिया है. बस यही देखना बाकी है कि यह अंतर 2-1 रहता है, या 3-1. अभी भी ऑस्ट्रेलिया भारत के स्कोर से 598 रन पीछे है. और यहां से मेजबान टीम के सामने पहली बड़ी चुनौती फॉलोऑन टालना है, जो बहुत ही मुश्किल दिखाई पड़ रहा है. इस सेशन का शुरुआती करीब सवा घंटा पूरी तरह से ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा के नाम रहा. जहां ऋषभ पंत ने करियर का दूसरा शतक जड़ा, तो जडेजा भी 10वां पचासा जड़ने में कामयाब रहे. पंत शतक और जडेजा अर्धशतक बनाने के बाद एकदम से टी-20 के मूड में आ गए. एक समय जडेजा ने पैटकमिंस के एक ओवर चार, तो पंत ने हैजलवुड के एक ओवर में तीन चौके जड़े. जडेजा के 168वें ओवर में 81 रन बनाकर बोल्ड होते हई विराट ने पारी की घोषणा कर दी, लेकिन तब तक भारत 7 विकेट पर 622 के पहाड़ सरीखे स्कोर तक पहुंच चुका था.

और भारत को यहां तक पहुंचाने में इन दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए हुई 204 रन की साझेदारी का योगदान काफी बड़ा रहा. लंच के बाद करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों की नजरें पुजारा पर ही केंद्रित हो चली थीं. सभी को इंतजार तथा पुजारा के दोहरे शतक का. पुजारा ने सिंगल्स-डबल्स से 181 से आगे बढ़ना शुरू किया, तो कंगारू कप्तान ने गेंद नॉथन लॉयन को थमा दी. इसी बीच लबुशाने पर चौका जड़कर अपना स्कोर भी 192 कर लिया पुजारा ने. लेकिन यहां उतावलापन पुजारा को भारी पड़ गया. जल्द से शतक को दोहरे शतक में तब्दील करने का उतावलनापन. इसी कोशिश में 192 के स्कोर पर नॉथन की गेंद पर स्लिप में ख्वाजा के हाथों एक मुश्किल कैच टपका, लेकिन ठीक एक रन बाद ही लॉयन ने अपनी ही गेंद पर पुजारा का कैच लपकने में कोई गलती नहीं की.

इसी के साथ ही पुजारा के साथ ही करोड़ों भारतीयों का उन्हें दोहरा शतक बनाते देखने का सपना चूर हो गया पहली बार सीरीज में विकेटकीपर पंत वैसे नजर आए, जैसी ऑस्ट्रेलिया हालात में उनकी जरुरत थी. इस बार नॉथन के खिलाफ कोई कदमों का इस्तेमाल नहीं. पूरी तरह से कंट्रोल अटैक और अनुशासन का परिचय. पुजारा साथ छोड़ गए, लेकिन पंत ने जमी शॉटों से अपने स्कोर को बढ़ाना जारी रखा. और अपने स्वभाव के विपरीत 85 गेंदों पर अर्धशतक तक पहुंचने में कामयाब रहे. चाय के समय पंत 88 और जडेजा 25 पर नाबाद थे. दूसरे दिन सुबह पुजारा ने वीरवार के स्कोर 4 विकेट पर 303 रन से आगे खेलना शुरू किया. और दोनों बल्लेबाज एकदम पूरी तरह विश्वसनीय और अडिग दिखाई पड़े. हालांकि, पहला चौका सुबह के 10वें ओवर में ही आया. लेकिन इसके कुछ देर बाद ही जमकर खेल रहे हनुमा विहारी (42) एक विवादित फैसले पर आउट करार दिए गए.

विहारी स्वीप खेलने की कोशिश में लबुशागने के हाथों लपके गए, लेकिन कैमरे से देखने पर यह साफ नहीं हुआ कि गेंद ने वास्तव में बल्ले से किनारा लिया. लेकिन स्निकोमीटर में कुछ हरकत के आधार पर विहारी आउट करार दिए गए. इससे वह खासे नाखुश दिखाई पड़े. और बाद में कमेंटरों के बीच भी यह कैच चर्चा का विषय रहा. विहारी आउट हुए, तो पुजारा अपने ही नैसर्गिक अंदाज में आगे बढ़ते रहे. और खेल के पहले घंटे के बाद पुजारा ने विदेशी धरती पर अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ स्कोर को पार कर लिया. इस समय पुजारा 155 पर थे. इससे पहले उनका विदेशी बेस्ट स्कोर जोहानिसबर्ग और गाले में था.

जोहानिसबर्ग में उन्होंने 2013 में 153 और 2017 में गॉल में भी इतना ही स्कोर बनाया था. विहारी के बाद पंत बैटिंग के लिए आए, तो हल्की सी तेजी जरूर आई. नियमित अंतराल पर कुछ बाउंड्रियां दोनों के बल्ले से निकलीं. और मिलकर दोनों लंच तक भारत के स्कोर को 5 विकेट पर बिना किसी नुकसान के 389 तक ले गए. इस समय पुजारा 181 और पंत 27 पर थे. पहले सेशन में 27 ओवर का खेल हुआ और भारत ने 84 रन बनाए. दूसरे दिन भारत एक बात दो सौ फीसदी सुनिश्चित कर दी कि अगर यहां से कोई टीम हारेगी, तो वह सिर्फ और सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही है. भारत ने बल्लेबाजों के दम पर पूरी तरह से कंगारुओं पर शिकंजा कस दिया है. और मेजबान बल्लेबाजों के सामने पहली चुनौती फॉलोऑन टालना है, जो बहुत ही मुश्किल दिखाई पड़ रहा है.

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