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IND vs AUS : विराट कोहली के बर्ताव के लिए गावस्कर ने साधा निशाना, बोले- टीम इंडिया ने पहले शुरू की स्लेजिंग-वॉर

पर्थ: पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने पर्थ टेस्ट (मैच रिपोर्ट) में टीम और कप्तान विराट कोहली के बर्ताव के लिए उन पर कड़ा निशाना साधते हुए कहा है कि यह भारतीय टीम ही थी, जिसने मैदान पर गाली-गलौज को प्रेरित किया. याद दिला दें कि मैच के चौथे दिन कप्तान कोहली और टीम पैनी के बीच तीखे शब्दों का आदान प्रदान हुआ था. इसक घटना के बाद पूर्व कंगारू कप्तान एलन बॉर्डर सहित कई दिग्गजों ने इसके लिए विराट कोहली पर निशाना साधा था. और अब दिग्गज सुनील गावस्कर ने भी विराट की भूमिका के लिए उनकी कड़ी आलोचना की है. वास्तव में विराट और टीम के लिए इन सब बातों के लिए चर्चा में आना बिल्कुल भी सही नहीं है. कारण यह है कि टीम को पर्थ में करारी हार का सामना करना पड़ा है. यही अगर भारत जीत गया होता, तो एक बार को शायद गावस्कर भी चुप रह जाते.
विराट कोहली और पैनी के बीच का संवाद पर्थ टेस्ट के चौथे दिन स्टंप माइक्रोफोन के जरिए स्क्रीन पर भी सुना गया था. और बात सिर्फ शब्दों के आदान-प्रदान तक ही नहीं रूकी. यह शारीरिक भंगिमा तक पहुंच गई, जो निश्चित तौर पर विराट की छवि को नुकसान पहुंचा गया. ऑस्ट्रेलिया मीडिया ने भी इस घटना की तस्वीरें प्रमुखता से छापते हुए विराट कोहली की आलोचना की थी. दरअसल जब टिम पैनी रन ले रहे थे, तो विराट उनके रास्ते के बीच में आ गए थे. और वह अपनी जगह खड़े रहे. बाहर से देखने में साफ लगा कि विराट ने जानते-बूझते ऐसा किया. इसके बाद इस मामले में संजय मांजरेकर सहित कुछ भारतीय खिलाड़ियों ने भी दबी जुबान में कोहली की आलोचन की थी, लेकिन अब दिग्गज गावस्कर ने विराट पर बड़ा हमला बोला है.
गावस्कर ने कहा कि यह भारतीय खिलाड़ी ही थे, जिन्होंने पर्थ में स्लेजिंग-वॉर की शुरुआत की. और केवल इस बार ही नहीं, बल्कि साल 2014 में भी. सनी बोले के कि भारतीय खिलाड़ी भी संत नही हैं. उन्होंने ने सवाल उठाते हुए कहा कि टिम पैनी भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा नहीं है. ऐसे में वह कैसे यह जानते हैं कि मुरली विजय कोहली की तरह बर्ताव नहीं करता. वास्तव में इस तरह की क्रिकेट खेलना हमारे डीएनए में नहीं है.
गावस्कर ने कहा कि हम भी ऑस्ट्रेलिया में कोई संत नहीं रहे हैं. साल 2014 में जब कंगारू खिलाड़ी फिलिफ ह्यूज हादसे के बाद दुखी थे, तो तब भी हमने ही इसकी शुरुआत की थी. पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम बहुत ही सकते में थी. और फिर हमने एक बार फिर स्लेजिंग-वॉर की शुरुआत की. इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा कि इस तरह के हालात में हम हमेशा ही हारेंगे. ऑस्ट्रेलिया जिस तरह क्रिकेट खेलने की आदी है, हम उसके अभ्यस्त नहीं हैं. इस तरह की क्रिकेट खेलना हमारे डीएनए में नहीं है. गावस्कर का यह बयान टीम इंडिया की हार के बाद आया है. अब देखने की बात यह होगी कि मेलबर्न टेस्ट में टीम इंडिया और कप्तान विराट कोहली कैसा रवैया अख्तियार करते हैं.

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