पटना : बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने शनिवार को कहा कि केंद्र ने राज्य की कोसी और मेची नदी को आपस में जोड़ने की 4900 करोड़ रूपये की परियोजना को मंजूरी दे दी है। मध्य प्रदेश की केन-बेतवा के बाद देश में नदियों को आपस में जोड़ने वाली यह दूसरी बड़ी परियोजना है जिसे मंजूरी दी गई है। झा ने एक बयान में कहा कि बिहार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा इस परियोजना के लिए अनिवार्य तकनीकी-प्रशासनिक मंजूरी मिल गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सिंचाई हेतु कोसी के पूर्वी तट पर 76.20 किलोमीटर लंबी नहर के निर्माण को मंजूरी दी है।
इसे ‘हरित परियोजना’ करार दते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोगों का विस्थापन नहीं होगा और न ही वनभूमि का अधिग्रहण होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल उत्तरी बिहार में बार बार आने वाली बाढ़ से निजात मिलेगी बल्कि अररिया, पूर्णिया , किशनगंज और कटिहार जिलों में 2.14 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई होगी। उन्होंने आगे कहा कि बिहार इस परियोजना की शुरुआत राष्ट्रीय परियोजना के तौर पर कर रहा है और उस स्थिति में परियोजना का अधिकांश धन केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। यह पूरा कार्य भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा के समीप किया जाएगा जो कि एक महत्वपूर्ण पहलू है कि भारत सरकार इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करे जिससे इस पर विशेष ध्यान दिया जाए।