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शॉर्ट सर्किट से एम्स में लगी आग का असर मरीजों पर, इन दिक्कतों का करना पड़ेगा सामना

दिल्लीः एम्स के टीचिंग ब्लॉक में शनिवार शाम शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। आग की लपटों को खिड़की से बाहर आता देख मरीजों और तीमारदारों में भगदड़ मच गई। पास में ही आपातकालीन विभाग होने की वजह से तीमारदार मरीजों को स्ट्रेचर के साथ ही लेकर दौड़ पड़े। पुलिस कर्मियों के मुताबिक एसी में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। शनिवार शाम 4.50 बजे सबसे पहले टीचिंग ब्लॉक की दूसरी मंजिल पर आग लगी। देखते ही देखते आग बढ़ती चली गई और टीचिंग ब्लॉक की पहली व तीसरी मंजिल को भी चपेट में ले लिया। अग्निशमन विभाग की ओर से पहुंचे 35 दमकल वाहनों और तीन दर्जन कर्मचारियों को आग पर काबू पाने में 95 मिनट लगे। थोड़ी देर बाद आग चौथी और पांचवीं मंजिल पर भी आग लग गई। देर रात तक उस पर काबू नहीं पाया जा सका था। इस बीच आपातकालीन विभाग भी बंद रहा। मरीजों को बाहर ही चिकित्सा उपलब्ध कराई गई।

एम्स प्रबंधन के अनुसार मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। अस्पताल के कर्मचारी मेडिकल उपकरण लेकर नीचे आ गए। दमकल विभाग के सीईओ डॉ. अतुल गर्ग ने बताया कि टीचिंग ब्लॉक से निकलता धुआं चारों ओर फैल गया। आनन-फानन में टीचिंग ब्लॉक के आसपास की तीन इमारतों को खाली कराकर सील करना पड़ा। आग लगने की सूचना पर दमकल विभाग के दो दर्जन कर्मचारी और 22 वाहन पहुंच गए। आग विकराल होने के कारण विभाग को 13 वाहनों और एक दर्जन कर्मचारियों की जरूरत और पड़ गई। शुरुआती जांच में पता चला है कि आग एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब में लगी थी। वहां से यह पूरी इमारत में फैल गई। इससे पहले एम्स ट्रॉमा सेंटर में लगी आग में पांच ऑपरेशन थियेटर जल गए थे। दमकल विभाग के सीएफओ डॉ. अतुल गर्ग ने बताया कि शाम करीब 6.25 मिनट पर आग पर पूरी तरह नियंत्रण हो गया। शुरुआती जांच में आग लगने की वजह एसी में शॉर्ट सर्किट है। फिर भी जांच चल रही है।

उन्होंने कहा कि आसपास की इमारतों में खतरा नहीं था, लेकिन हवाएं तेज होने के कारण जिस ओर उनकी गति थी, उस तरफ की सभी इमारतों को बंद कर दिया और लोगों को सुरक्षित निकाला गया। एम्स से मिली जानकारी के अनुसार, आग लगने के बाद तीन इमारतों को खाली करा लिया गया है। इनमें एबी 1 से लेकर एबी 7 तक शामिल हैं। इन्हें आनन-फानन में एम्स के आरपी सेंटर में शिफ्ट किया गया है। उधर, करीब डेढ़ घंटे तक आपातकालीन सेवाएं बंद होने के कारण डॉक्टरों ने वार्ड के बाहर ही मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया। अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर भी हॉस्टल से ड्यूटी के लिए पहुंच गए। सांस लेने में तकलीफ के बाद पिछले नौ दिन से एम्स में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली भर्ती हैं। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। शनिवार को टीचिंग ब्लॉक में आग लगी थी। इससे ठीक 200 मीटर दूर स्थित कार्डिएक न्यूरो सेंटर में वे भर्ती हैं। एम्स प्रबंधन के अनुसार, आपातकालीन विभाग के आसपास की इमारतों को बंद कर दिया गया है। हालात नियंत्रण में हैं और कार्डिएक न्यूरो सेंटर तक किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है।

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