नई दिल्ली: यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले एक्टिव हो गई हैं। सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं को फोन करके दिल्ली आने को कहा है। यूपीए चेयरपर्सन की तरफ से विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं को फोन आ रहा है और उनसे पूछा जा रहा है कि क्या वे लोग 22, 23 और 24 मई को दिल्ली में रहेंगे? इससे स्पष्ट है कि सोनिया ने विपक्ष के दिग्गज नेताओं से बैठक की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली है। सोनिया के इस फोन कॉल के बाद कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक हो सकता है कि सोनिया यह संदेश देना चाहती हों कि अगर किसी को बहुमत नहीं मिलता है तो गठबंधन को ध्यान में रखा जाए और किसी एक दल की बजाए गठबंधन को ही सरकार बनाने का न्यौता मिलना चाहिए।लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण बाकी है लेकिन उससे पहले सोनिया का एक्शन मोड में आना अटकलों का कारण बन गया है। वहीं 21 तारीख को दिल्ली में विपक्षी दलों की एक बैठक भी होने जा रही है जिसमें चुनाव के नतीजों के बाद की समीकरण पर चर्चा होगी।
बता दें कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के अलावा थर्ड फ्रंट बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है और इसके लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर कमान संभाले हुए हैं। हाल ही में के. चंद्रशेखर राव ने केरल के मुख्यमंत्री और माकपा नेता पिनरई विजयन से मुलाकात की थी। इसके अलावा वे एमके स्टालिन से भी मिले थे। वहीं दूसरी तरफ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू गठबंधन का जाल बुनने में जुटे हुए हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे और इस बार के परिणाम काफी दिलचस्प होने वाले हैं।