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राजस्थान: सरिस्का बाघ अभ्यारण के पास जंगल में तीन पैंथरों का शिकार, कई लोग हिरासत में

अलवर। राजस्थान में प्रसिद्ध सरिस्का बाघ अभ्यारण के पास जंगल में एक साथ तीन पैंथरों के शव मिले हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरिस्का बाघ परियोजना क्षेत्र से सटे अलवर वन मंडल के डेहरा शाहपुर ब्लॉक में इन पैंथरों की हत्या कर दी गई और इनके शव झाड़ियों में छुपा दिए। ग्रामीणों ने पुलिस एवं वन विभाग की टीम को पैंथरों के शिकार की सूचना दी लेकिन चार दिन तक इनके शव मिले और बाद में ग्रामीणों की मदद से इनका पता चला। इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

वन विभाग के डीएफओ अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि इन लोगों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में शिकारियों से मिलीभगत के आरोपों के बीच वन एवं सरिस्का प्रशासन जांच कर रहा है। आज दो पैंथरों का पोस्टमार्टम कराकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उनके विसरा के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।

उन्होंने बताया कि परियोजना क्षेत्र से सटे अलवर वन मंडल के चूहरसिद्ध के पास डेहरा शाहपुर ब्लॉक में शिकारियों ने एक साथ तीन पैंथरों की हत्या कर दी और इनको झाड़ियों में छुपा दिया। ग्रामीणों द्वारा मृतक पैंथरों के फोटो पुलिस को भेजें और पैंथरों के शिकार की सूचना मिलने पर उनके शव को तलाशने के लिए डॉग स्क्वायड एवं ड्रोन का भी सहारा लिया गया लेकिन इससे इनका कोई पता नही चला। बाद में ग्रामीणों की मदद से इनके शव बरामद कर लिए गये।

बताया जा रहा है कि शिकारियों ने मृत गाय पर विषाक्त पदार्थ डालकर पैंथरों का शिकार किया। जैसे ही ग्रामीणों को इसका पता चला तो शिकारी पैंथर के शव को सुरक्षित स्थान पर ले जाने में सफल नहीं हुए और इनको गड्ढे में छुपा दिया गया। बाद में शाहपुर क्षेत्र के अमृतवास क्षेत्र में तीनों पैंथरों के शव मिले जो सरिस्का से मात्र चार किलोमीटर दूर है।

इन पैंथरों की उम्र करीब दो साल के आसपास बताई जा रही है। सरिस्का बफर जोन में मौजूद बाघ एसटी-18 की हलचल भी इसी क्षेत्र में रहती है। बुधवार को मिले पैंथर के शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से कराकर उसका विसरा फॉरेंसिक लैब जयपुर तथा आई बी आर आई बरेली भेजा गया हैं जबकि दो पैंथरों का पोस्टमार्टम शुक्रवार को हुआ।

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