Breaking News

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने जनकपुर से अयोध्या सीधी बस सेवा के यात्रियों का आज अयोध्या में पुष्प, अंगवस्त्र व नेपाली भाषा में अनूदित रामचरित मानस भेंट कर स्वागत किया

राहुल यादव , लखनऊ / अयोध्या : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनकपुर से अयोध्या सीधी बस सेवा के यात्रियों का आज अयोध्या में पुष्प, अंगवस्त्र व नेपाली भाषा में अनूदित रामचरित मानस भेंट कर स्वागत किया। ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व नेपाल के प्रधानमंत्री के0पी0 शर्मा ओली ने शुक्रवार 11 मई, 2018 को नेपाल के जनकपुर से इस ऐतिहासिक बस सेवा का शुभारंभ किया था। 66 यात्रियों को लेकर यह बस आज सुबह लगभग 9 बजे अयोध्या के रामकथा पार्क पहुंची, जहां यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद थीं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भारतीय डाक विभाग द्वारा प्रकाशित ‘स्पेशल कवर’ का अनावरण भी किया। यह स्पेशल कवर पिछले वर्ष दीपावली के अवसर पर अयोध्या में सरयू तट पर आयोजित ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम पर आधारित है। डाक विभाग का यह प्रकाशन अयोध्या की वैश्विक पहचान स्थापित कर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने का काम करेगा। साथ ही ‘दीपोत्सव’ के आयोजन की स्मृतियों को लंबे समय तक संरक्षित करने में भी सहायक होगा।
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ कार्यक्रम के दौरान 133 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया गया था। भारत सरकार ने राम-जानकी मार्ग को पूर्ण करने का जिम्मा भी लिया है। मार्ग बन जाने पर जनकपुर से अयोध्या पहुंचने में 10 से 12 घंटे की जगह मात्र 6 से 7 घंटे ही लगेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बस सेवा के जरिए श्रद्धालु भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या धाम तथा माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर धाम के बीच की 520 किलोमीटर की दूरी को सरलता और सुविधापूर्ण ढंग से तय कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये एक ऐतिहासिक क्षण है। लोग बदले लेकिन हमारे सम्बन्ध आज भी अटूट हैं। महाराज दशरथ और राजा जनक  का अटूट सम्बन्ध था। अयोध्या का जनकपुर और काठमांडू का काशी के साथ अटूट सम्बन्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेपाल से आए अतिथियों को अयोध्या की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नेपाल से आये तीर्थ यात्रियों के स्वागत के लिये ‘अतिथि देवो भवः’ की परिकल्पना को साकार करें। भगवान श्री राम की कथा का प्रसार थाईलैंड, कोरिया तथा इण्डोनेशिया आदि अनेक देशों में है तथा वहां के रामलीला दल अयोध्या में रामलीला का मंचन भी करते हंै।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरयू जी में गिर रहे नालों को बन्द किया जायेगा।
इस अवसर पर नेपाल राष्ट्र के प्रान्त संख्या-2 के मंत्री सरोज कुमार कुशवाहा ने कहा कि इस बस यात्रा के प्रारम्भ होने से भारत और नेपाल के बीच रामायण कालीन सम्बन्धों का नवीनीकरण हो रहा है, इससे धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा। इस अवसर पर प्रांन्त संख्या-2 की मंत्री श्रीमती ऊषा यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में उप महापौर जनकपुर धाम श्रीमती रीता कुमार मिश्रा भी उपस्थित थीं।
पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि भारत-नेपाल के सम्बन्ध प्राचीन काल से हंै। उन्होंने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत से लाखांे लोग पशुपति नाथ के दर्शन के लिए नेपाल जाते हंै। अयोध्या के विकास के लिए 133 करोड़ रुपए के कार्य प्रारम्भ हो चुके हंै, जिनका हर 15 दिन पर निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दीपोत्सव तक अयोध्या चमकने लगेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री/प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने कहा कि भारत और नेपाल के सम्बन्धांे को पुनः प्रारम्भ करने के लिये ऐतिहासिक शुरुआत हुई है।
कार्यक्रम को फैजाबाद के सांसद लल्लू सिंह ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति प्राचीनतम है। इस बस सेवा के शुरू होने से अयोध्या और जनकपुर के सम्बन्ध और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूती देने का कार्य रहे हैं।
अयोध्या भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री जी ने राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने पवित्र सरयू नदी की पूजा-अर्चना भी की।
कार्यक्रम में महंत नृत्य गोपाल दास जी,  सुरेश दास, कन्हैया दास,  रामशरण दास, स्वामी रामानन्द जी महाराज, कमल नयन दास,  राघवदास, मोहनदास सहित जनप्रतिनिधिगण और शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया 
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अयोध्या में सरयू जी की पूजा-अर्चना के पश्चात राम की पैड़ी के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया तथा उसके सौन्दर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के निर्देश भी दिए। उन्होंने सरयू नदी, राम की पैड़ी तथा अन्य घाटों पर अविरल जल प्रवाह के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों एवं अभियन्ताओं से विस्तार से जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने 133 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित की जा रही परियोजना के अन्तर्गत सभी कार्य इस वर्ष अक्टूबर माह से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश दिए। 
तत्पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि सरयू जी की पवित्रता एवं स्वच्छता बनाये रखने के लिये इसमें गिरने वाले सभी नालों को या तो डायवर्ट किया जाएगा या वाटर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट लगाकर स्वच्छ जल ही नदी मंे प्रवाहित किया जाएगा, जिससे तीर्थयात्रियों को अयोध्या भ्रमण के दौरान पवित्र सरयू नदी में स्नान करने में कोई दिक्कत न आए।
Loading...

Check Also

हज़ारों नागरिकों ने चुनाव आयोग से हेट स्पीच के लिए पीएम मोदी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, बांसवाड़ा / टोंक : राजस्थान के बांसवाड़ा एवं टोंक में प्रधानमंत्री ...