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मध्य प्रदेश बस हादसा: चार अधिकारी निलंबित, सर्च अभियान में सेना भी होगी शामिल

मध्यप्रदेश के सीधी जिले के रामपुरनैकिन थाना क्षेत्र में बस हादसे में 51 यात्रियों की मृत्यु के दर्दनाक हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात के बाद चार वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया। वहीं बस हादसे के बाद से लापता तीन लोगों को नहर के भीतर तीन किलोमीटर लंबी सुरंग में ढूंढने के लिए चल रहे अभियान में सेना भी शामिल होगी।

सीएम चौहान ने सीधी जिले के 10 गांवों का कल देर रात तक भ्रमण कर हादसे में मृत यात्रियों के परिजनों को सांत्वना दी। इसके बाद रात में ही यहां मुख्यमंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में राहत तथा बचाव कार्य की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सड़क रखरखाव कार्य से जुड़े तीन वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा सीधी जिले के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) को निलंबित कर दिया।

बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्हें हमने खोया खो दिया, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता है, पर पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता दी जाएगी। ऐसे परिवारों को सात सात लाख रुपये की तत्कालीन सहायता दी गई है। दुर्घटना में मृतक व्यक्तियों के परिजनों को उनकी स्थिति के अनुसार सहायता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना के सही कारण तो जांच के बाद पता चलेंगे, पर आम जनता से जो फीडबैक मिला है, उसके आधार पर छुहिया घाटी की रोड खराब होना तथा बार-बार जाम लगने के कारण बस का मार्ग बदलना रहा है। इसलिए मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन के महाप्रबंधक, सहायक महाप्रबंधक और प्रबंधक को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। क्षमता से अधिक सवारी होने तथा बस में निर्धारित मार्ग से दूसरे मार्ग में जाने के मामले में प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए जिला परिवहन अधिकारी सीधी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपीआरडीसी के बड़े अधिकारी शीघ्र ही यहां आएंगे और छुहिया घाटी की तत्कालीन व्यवस्था के लिए 15 दिन में आवश्यक सुधार कार्य कराया जाएगा। इस रोड पर खतरनाक मोड़ को समाप्त करने के लिए दीर्घकालीन कार्य योजना बनेगी। इस रोड पर ट्रैफिक का दबाव घटाने के लिए रीवा गड्डी रामपुरनैकिन रोड तथा जिगना भरतपुर रोड का निर्माण शीघ्र पूरा किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने राहत तथा बचाव कार्य में तत्परता के लिए राजस्व प्रशासन पुलिस प्रशासन एनडीआरएफ एसडीआरएफ की तारीफ की। उन्होंने बचाव कार्य मे उत्कृष्ट कार्य करने पर शिवरानी लोनिया, लवकुश लोनिया तथा सतेन्द्र शर्मा को 5-5 लाख रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा भी की।

वहीं बस हादसे के बाद से लापता तीन लोगों को नहर के भीतर तीन किलोमीटर लंबी सुरंग में ढूंढने के लिए चल रहे अभियान में शीघ्र ही सेना शामिल होगी। सीधी के कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने बृहस्पतिवार को बताया कि जबलपुर से सेना का एक दल इस बस हादसे में लापता तीन लोगों को खोजने के लिए शीघ्र ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को सहयोग करेगा।

उन्होंने कहा, ”इस नहर में तीन किलोमीटर से अधिक लंबी सुरंग भी है। वहां पर बहुत ही कम ऑक्सीजन रहती है। इस बात की आशंका है कि लापता व्यक्ति इसमें हो सकते हैं। इस सुरंग में इन तीन लापता लोगों की खोज की जा रही है।” चौधरी ने बताया कि खोज के लिए निपुणता एवं विशेषज्ञता की आवश्यकता है। इसलिए सेना के इस दल को बुलाया गया है।

मालूम हो कि मध्य प्रदेश में सीधी जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर पटना गांव के पास मंगलवार सुबह हुए इस बस हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी। यह बस यात्रियों से खचाखच भरी थी और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए अपने निर्धारित मार्ग को बदलकर दूसरे मार्ग से जा रही थी और नहर में गिर गई थी। यह नहर बाणसागर बांध परियोजना का हिस्सा है और हादसे के वक्त इसमें करीब 25 फीट पानी तेज गति से प्रवाहित हो रहा था।

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