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कान में क्यों होती है बार-बार खुजली, कैसे करें इसका इलाज

कान में कई सेंसिटिव नर्व्स होते हैं, जिनमें गंदगी जमा होने के कारण खुजली होने लगती है। कान में खुजली होने पर लोग खुजलाने लगते हैं लेकिन इससे इंफेक्शन हो सकती है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इससे छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सेवन करते हैं लेकिन इसकी बजाए आप प्राकतिक नुस्खे भी अपना सकते हैं।
क्यों होती है कान में खुजली?
शरीर की नष्ट हुई कोशिकाएं और बाहरी धूल मिट्टी कान में जम जाती हैं, जिसे मैल कहा जाता है। अधिक मात्रा में मैल बनने से कान में खुजली होने लगती है। इसके अलावा एलर्जी, ज्यादा ईयरफोन लगाने, सोरायसिस, इंफेक्शन, कान में पानी जाने या भोजन से होने वाली एलर्जी के कारण कान में खुजली की समस्या हो जाती है।
कान में खुजली के घरेलू उपचार
एलोवेरा
एलोवेरा जूस की कुछ बूंदें कान में डालने से खुजली कम हो जाती है। यह कान के टिशू में होने वाले सूजन को भी कम करता है, जिससे खुलजी की परेशानी दूर हो जाती है।
सिरका
सिरका कान में मौजूद गंदगी को साफ करके खुलजी की समस्या को दूर करता है। सिरका और रबिंग एल्कोहल को बराबर मात्रा में मिलाकर कान मे 2-3 बूंदें डालें। इससे आपको आराम मिलेगा।
गुनगुना तेल
किसी भी तेल को गुनगुना गर्म करके कान में 2-3 बूंदें डालें और कॉटन से कान बंद कर लें। इससे कान में मौजूद बैक्टीरिया और कीटाणु नष्ट हो जाएंगे, जिससे आपको खुजली और कान के दर्द से छुटकारा मिलेगा।
पानी
कई बार कान में कीड़ा चले जाने के कारण भी खुजली, सूजन व दर्द जैसी समस्याएं हो जाती है। ऐसे में आप कान में पानी डालकर एक साइट लेट जाएं। इससे कान से कीड़ा बाहर निकाल जाएगा।
अदरक और नींबू
अदरक के रस में नींबू का रस मिलाएं और इसकी 4-5 बूंदें कान में डालें। फिर आधे घंटे के बाद रुई से कान को साफ कर दें। यह मिक्चर कान में मौजूद रोगुणओं को खत्म करके खुजली की समस्या को दूर करेगा।
कान में खुजली से बचाव
ऐसे कुछ उपाय हैं, जिनको अपनाकर कान में खुजली व अन्य किसी प्रकार की तकलीफ होने से बचाव किया जा सकता है।
कान में कोई बाहरी वस्तु ना डालें
कान के अंदर बार-बार उंगली डालने, रुई का टुकड़ा और कॉटन बड लगाकर साफ रखने से भी कई समस्याएं होने लगती हैं।
कान में ना करें कठोर चीज का इस्तेमाल
कान की अंदरुनी त्वचा बहुत ही नरेम होती है। ऐसे में जलन व खुजली होने पर कान में किसी कठोर चीज का इस्तेमाल ना करें क्योंकि वह कान की अंदरुनी त्वचा को डैमेज कर सकती है।
ईयरफोन का कम करें इस्तेमाल
ईयरफोन का कम से कम इस्तेमाल करें। इसके अलावा नहाने के तुरंत बाद भी ईयरफोन या सुनने की मशीन का इस्तेमाल करने से बचें।
नहाते समय रखें ध्यान
नहाने समय शैंपू व साबुन का यूज करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह कानों के अंदर ना जाएं। अगर कान के अंदर पानी चला जाए तो उसे तुरंत निकालें।
कान को रखें सूखा
कान को नमीमुक्त रखने से इंफेक्शन का खतरा काफी बद तक कम हो जाता है। ऐसे में नहाने या स्विमिंग के बाद कान का पानी साफ करके उसे जरूर सुखाएं।

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