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कन्नौज में योगी का दलित दांव, बोले जब बीएचयू में दलितों को आरक्षण तो एएमयू में क्यों नहीं..?

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में दलितों के साथ अन्याय का आरोप लगाने वाले नेताओं पर खुलकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि दलितों के खिलाफ भेदभाव किया जा रहा है, उनसे पूछा जाना चाहिए कि वे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में दलितों के लिए आरक्षण जारी करेंगे? जब बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) दलितों और पिछड़े छात्रों के लिए आरक्षण प्रदान कर सकती है, तो एएमयू क्यों नहीं.

योगी आदित्यनाथ ने कन्नौज में एक जनसभा में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यह बात कही. कांग्रेस ने पिछले सप्ताह हापुड़ में भीड़ द्वारा एक व्यक्ति की हत्या को लेकर यूपी की बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा किया था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि बीजेपी के राज में दलित और मुस्लिम सुरक्षित नहीं हैं, उनपर चुन-चुन कर हमले किए जा रहे हैं.

इस पर योगी ने कहा कि कुछ लोग भड़काऊ भाषण देकर बंटवारे की राजनीति करते हैं. उन्होंने कहा कि यूपी ही नहीं किसी भी प्रदेश में दलित और मुस्लिमों के साथ कहीं कोई भेदभाव नहीं हो रहा है, बल्कि मोदी सरकार ने दलितों के उत्थान के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. जबकि पहले की तमाम सरकारों ने दलितों को केवल वोट बैंक से ज्यादा कुछ नहीं समझा.

यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग बिना किसी आधार के दलितों के हिमायती बन रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘जो लोग कह रहे हैं कि दलितों के खिलाफ भेदभाव किया जा रहा है, उनसे पूछा जाना चाहिए कि वे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में दलितों के लिए आरक्षण जारी करेंगे?’

उन्होंने इस मुद्दे को उठाने के लिए सभी दलितों चिंतित का आह्वान किया और तर्क दिया कि यदि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) जैसे संस्थान दलितों के लिए आरक्षण प्रदान कर सकते हैं तो मुस्लिम संस्थान क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि एक सवाल यह भी पूछा जाना चाहिए कि आखिर दलित भाइयों को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए.

उन्होंने सवाल किया कि जब बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) दलितों और पिछड़े छात्रों के लिए आरक्षण प्रदान कर सकती है, तो एएमयू क्यों नहीं? योगी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि देश के अंदर किस प्रकार की स्थितियां हैं, आज तो आपातकाल थोपने वाले लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी है, वह सदाचार का प्रवचन कर रहा है. जो जितना बड़ा जातिवादी है, वह सामाजिक न्याय की बात कर रहा है, और जो जितना बड़ा सांप्रदायिक है वह मानवतावादी होने का प्रवचन दे रहा है. इन विरोधाभासी स्थितियों का जवाब देने की तैयारी करनी होगी, अन्यथा हम भी इसके भुक्तभोगी होंगे.

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