लखनऊ। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में करीब 15 साल पहले एक निजी बैंक खुला और बहुत जल्द ही चर्चा के केंद्र में आ गया। यह पहली बार था जब किसी बैंक के नाम में लोगों की दिलचस्पी देखने को मिली। उसका नाम था YES BANK .
कुछ ही वर्षों में येस बैंक एक जाना पहचाना नाम बन गया। लेकिन देश के चर्चित निजी बैंकों में शुमार येस बैंक आज संकट के दौर से गुजर रहा है। एक अच्छा खासा बैंक, जिसे बाजार में औसत दर से ज्यादा ब्याज देने के लिए जाना जाता था।
उसके इतने बुरे दिन आ गए कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा येस बैंक के ग्राहकों के लिए 50 हजार रुपये निकासी सीमा तय कर दी गई। हालांकि आरबीआई की यह पाबंदी फिलहाल एक माह के लिए ही हैं।
रिजर्व बैंक ने गुरुवार को येस बैंक पर रोक लगाते हुए उसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया है। अब चारों तरफ एक ही चर्चा है कि क्या येस बैंक डूबने वाला है? इसके ग्राहक जल्द से जल्द अपना पैसा इस बैंक से निकाल लेना चाहते हैं। देश भर में येस बैंक के एटीएम पर गुरुवार रात से ही लाइन लगी है।
येस बैंक की बदहाली इतनी बढ़ गई है कि सिर्फ 15 महीने के भीतर बैंक के निवेशकों को 90 फीसदी से अधिक का नुकसान हो चुका है।