लखनऊ। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार है, जिसने गन्ना किसानों के जीवन को खुशहाल बनाने की दीर्घकालिक योजना पर काम किया है। हम वो नही है कि चोरी सरकारी मिलेें औने-पौने में बेंच देें और भ्रष्टाचार की मोटी रकम अपनी जेब में रख लें। जिन्होने चोरी-चोरी मिलें बेंची और जिन्होनें बेंचने में हुई लूट की रकम में बंदर-बांट किया था आज वह एक साथ है। ऐसे झूठे फरेबी आज एक साथ खड़े है। हमारा किसान ऐसे झूठे और मिलों के लुटेरों को पहचानता है। उक्त बातें भाजपा प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने समाचार पत्रों के संवाददाताओं से वार्ता के दौरान कही। श्री शुक्ला ने कहा सबका साथ-सबका विकास के साथ भाजपा सरकार का मकसद एक है। गन्ना किसान खुशहाल हो और मिलें भी जिंदा रहें।
गन्ने से सिर्फ चीनी और अल्कोहल ही नही बल्कि एथनॉल बने, जो पेट्रोल में मिला कर अर्थव्यवस्था को गति दे बल्कि बिजली भी बने, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए और उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए जरूरी रोशनी दें। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा दुनिया भर में मिलों के लिए सस्ती चीनी सिरदर्द है तो वहीं उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने गन्ने से खांडसारी बनाने के उद्योग को फिर से जीवित कर दिया है। यही वजह है कि प्रदेश के 40 लाख गन्ना किसानों के भुगतान के लिए मिलों पर लगतार दबाव बना हुआ है और बाजार में गुड़ की अच्छी कीमत मिल रही है। किसानों का सरकार पर भरोसे का प्रमाण है कि 2017-18 से 2018-19 में गन्ने का रकबा 15 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया है।
बिना लूट खसोट के मिले चलती रहें और किसानों का भुगतान होता रहें, यही राज्य सरकार की मंशा है। हम किसानों को खुशहाल बनाएगें, उनके जीवन में मिठास घोलेंगें, किसानों के बच्चों को ईमानदारी से पढ़ाई और नौकरी में मौका मिले इसका इंतजाम करेंगें। मनीष शुक्ला ने कहा कि हमारी सरकार ने नामुमकिन को मुमकिन करते हुए 2011 से 2017 तक के पूरे बकाये को भाजपा सरकार ने भुगतान किया। दो सालों में 57 हजार 578 करोड़ से अधिक का भुगतान किया है। बाकी पाई-पाई भुगतान सुनिश्चित हो इसका इंतजाम कर रही है। सरकार मिलों को आसन ऋण दे रही हैं, इस ऋण से मिलें किसानों को भुगतान करेंगीं। लेकिन वे जो किसानों के नाम से लूटमार करते है देखते-देखते रातों रात बेशुमार दौलत के मालिक बन जाते है। हमें उनसे सावधान रहना होगा।