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महिलाएं ही क्यों हो रही है थायराइड की शिकार ? जानिए 5 कारण और इससे बचने के तरीके

दिनों-दिन थाइरायड मरीजों की गिनती तेजी से बढ़ती जा रही हैं। पुरुषों को मुकाबले महिलाएं इस रोग की ज्यादा शिकार हैं। इस रोग का तेजी से बढ़ने का मुख्य कारण बिगड़ा लाइफस्टाइल और खाने-पीने की गलत आदतें ही हैं।चलिए आपको बताते हैं कि थाइराइड रोग होता क्या है?यह रोग हार्मोंन्ल प्रॉब्लम से जुड़ा है। गर्दन में श्वास नली के ऊपर, वोकल कॉर्ड के दोनों ओर दो भागों में थायरायड ग्रंथि होती है जिसका आकार तितली जैसा होता है। इसी ग्रंथि से टी3, टी4, टीएसएच नाम के हार्मोन निकलते हैं जो शरीर की बहुत सारी क्रियाओं में मदद करते हैं लेकिन जब यह हार्मोंन गड़बड़ाने लगते हैं तो थाइराइड की समस्या शुरु हो जाती है।

कुछ लोगों को लगता है कि वजन बढ़ने से ही सिर्फ थाइरायड हो सकता है जबकि ऐसा नहीं है ब्लकि पतले लोग भी इसके शिकार हो सकते हैं, बता दें कि हार्मोन असंतुलन से दो तरह का थाइरायड होता है, हाईपोथायराइड और हाइपरथायराइड। अगर हाईपोथायराइड हो तो शरीर मोटापे का शिकार होने लगता है, नींद ज्यादा आती हैं थकान बढ़ जाती है जबकि हाइपरथाइराइड में शरीर सूख जाता है यानि दुबला हो जाता है, साथ ही धड़कन बढ़ने, नींद कम आने, जोड़ों के दर्द जैसे लक्षण नजर आते हैं। वहीं महिलाओं को दोनों ही स्थितियों में पीरियड्स प्रॉब्लम शुरु हो जाती है जो बांझपन की समस्या पैदा करता है। इससे इम्यून सिस्टम भी कमजोर होने लगता है। इसके अलावा ये संकेत भी थाइरायड के हो सकते हैं…

सुस्ती, काम में मन ना लगना, याद्दाश्त कमजोर होना, डिप्रेशन, तनाव चिड़चिड़ापन, बार बार पेट की गड़बड़ी, गर्मी बर्दाश्त ना होना, सही से नींद ना आना जैसे लक्षण जिसे पहले लोग ज्यादातर नजरअंदाज ही करते हैं…
महिलाएं इसका ज्यादा शिकार क्यों हो रही हैं?
1. महिलाएं ऑफिस और घर की छोटी-छोटी बातों को लेकर ज्यादा टेंशन लेती हैं जिससे थायराइड ग्रंथि पर बुरा असर पड़ता है और हार्मोन असंतुलित होता है। यहीं समस्या आगे जाकर थाइरायड का कारण बनती हैं।
2. काम के व्यस्त महिलाएं अपने खान पान पर ध्यान नहीं देती, जिसके उनके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
3. कभी-कभी प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को थाइरायड की समस्या हो जाती है क्योंकि इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के हार्मोन बदलाव आते हैं।

4. दवाइयों का साइड इफेक्ट से भी महिलाओं को थाइरायड की समस्या हो जाती है।
5. यह प्रॉब्लम उन्हें आनुवंशिक भी हो सकती है, अगर परिवार के किसी सदस्य को थायराइड की बीमारी है तो यह दूसरे सदस्यों को भी हो सकती है।
इस रोग से बचने के कुछ घेरलू उपाय
-तला हुआ भोजन कम से कम खाने की कोशिश करें।
-अधिक मीठा खाने से बचे।
-कॉफी में एपिनेफ्रीन और नोरेपिनेफ्रीन थायराइड को बढ़ावा देते हैं इसलिए इससे दूरी बनाना ही बेहतर है।
-हर प्रकार की गोभी खाने से बचें।
-सोया व उससे बने प्रॉडक्ट्स खाने से बचें। हालांकि अगर आपकी थाइरायड की दवा चल रही हैं तो आप 4 घंटे बाद इन चीजों का सीमित मात्रा में सेवन कर सकते हैं।

थाइरायड से बचने का कारगर नुस्खा
ऐसी महिलाएं अदरक को डाइट में जरूर शामिल करें क्योंकि अदरक इसे बढ़ने से रोकता है। डाइट में दूध और दही जरूर लें। मुलेठी खाना भी थाइरायड मरीजों के लिए फायदेमंद होती है। साबुत अनाज जैसे जौ, गेंहू और साबुत अनाज जरूर खाएं। फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स आदि से भरपूर ये अनाज थाइरायड को बढ़ने से रोकता है।

बॉडी एक्टिविटी पर भी दे ध्यान
महिलाएं रोजाना हल्का फुल्का व्यायाम और योग जरूर करें। साथ ही बता दें कि कि अब इस रोग का शिकार कम उम्र के बच्चे भी हो रहे हैं ऐसे में उनका शारीरिक और मानसिक विकास रुक जाता है इसलिए बचाव के लिए बच्चों को बचपन से ही नियमित व्यायाम, योग और प्राणायाम की आदत डालें। आऊटडोर गेम्स के लिए प्रेरित करें। इससे सिर्फ थाइरायड ही नहीं बल्कि डायबिटीज, मोटापा जैसे कई बीमारियां दूर रहेगी।

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