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धूल-मिट्टी से बार-बार क्यों होती है एलर्जी? काम आएंगे ये देसी नुस्खे

धूल-मिट्टी या प्रदूषण के कारण आजकल लोगों में एलर्जी की समस्या बढ़ रही है, जिसमें से स्किन एलर्जी भी एक है। धूल-मिट्टी से एलर्जी होना आम समस्या है लेकिन यह परेशानी जब व्यक्ति को एक बार चपेट में ले तो जल्दी पीछा छोड़ने का नाम नहीं लेती। दवाइयों का सेवन करने के बावजूद भी एलर्जी की समस्या बार-बार होती रहती है। ऐसे में आज हम आपको कुछ देसी नुस्खे बताएंगे, जिससे आप डस्ट एलर्जी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते है।
क्यों होती है धूल से एलर्जी?
जब रोग इम्यून सिस्टम धूल-मिट्टी के कण, पालतू जानवर के बाल या डस्ट माइट जैसे बाहरी तत्वों को बर्दाश्त नहीं कर पाता तो एलर्जी हो जाती है। जब शरीर एलर्जेन के संपर्क में आता है तो प्रतिरक्षा तंत्र नाक की नली या फेफड़ों में सूजन पैदा कर देता है। साथ ही बार-बार एलर्जी के संपर्क में आने से दमे से जुड़ी क्रोनिक सूजन भी हो सकती है।
धूल से एलर्जी होने के कारण
धूल में डस्ट माइट का मल और मृत माइट भी होते हैं और इनके अवशेष में मौजूद प्रोटीन ही डस्ट एलर्जी का मुख्य कारण होते हैं। ऐसे में बार-बार इसके संपर्क में आने से भी धूल-मिट्टी से एलर्जी होने लगती है। साथ ही अगर आपके परिवार के किसी सदस्य को ऐसी एलर्जी पहले से है तो आपको भी हो सकती है।
धूल- मिट्टी से होने वाली एलर्जी के लक्षण
नाक बहना खुजली व नाक बंद होना
खांसी आना और गले में खराश होना
छींकना या बहुत ज्यादा खांसी होना
अस्थमा का अटैक आना
त्वचा का रंग बदलना, जैसे लाल धब्बे पड़ना
त्वचा में खुजली होना
सांस लेने में तकलीफ होना
आखों में खुजली होना
आखों का लाल होना
डस्ट एलर्जी से बचाव के देसी नुस्खे
नींबू का पानी
अगर आपको धूल-मिट्टी से बार-बार एलर्जी होती है तो नहाने के पानी में नींबू का रस डालकर स्नान करें। इससे आपको राहत मिलेगी।
फिटकरी का पानी
डस्ट एलर्जी होने पर फिटकरी के पानी से स्नान करें। इससे त्वचा में खुलजी, रैशेज और आंखों में जलन जैसी समस्याओं से भी राहत मिलेगी। इसके अलावा नारियल तेल में कपूर या जैतून का तेल मिलाकर लगाने से भी डस्ट एलर्जी से राहत मिलती है।
चंदन का लेप
चंदन का लेप धूल-मिट्टी से होने वाली स्किन प्रॉब्लम में राहत देता है। इससे त्वचा में खुजली और रैशेज कम हो जाते हैं।
नमक का पानी
डस्ट एलर्जी होने पर नमक के पानी से गरारे करने पर नाक और मुंह में फसे हुए धूल के कण और बलगम बाहर निकल जाते हैं। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नमक और चुटकी भर सोडा डालकर गरारे करें।
अदरक का काढ़ा
अदरक में एंटीबायोटिक और एंटी-वायरल तत्व होते हैं, जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यह चाय बनाने के लिए 1 कप पानी में कटी हुई अदरक, दालचीनी और थोड़ी-सी लौंग मिलाकर 5-10 मिनट तक उबालें। जब यह काढ़ा बनकर तैयार हो जाए तो इसमें शहद मिलाकर पीएं। इससे नाक और शरीर की एलर्जी दूर हो जाती है लेकिन ध्यान रहे इसका सेवन आपको दिन में कम से कम 3 बार करना है।
हर्बल चाय
अदरक, काली मिर्च, तुलसी के पत्ते, लौंग व मिश्री को 1,1ध्2 पानी में डालकर तू तक उबालें, जब तक यह आधी ना रह जाए। इस हर्बल चाय को दिन में कम से कम 2 बार पिएं। इससे न सिर्फ एलर्जी से निजात मिलती है बल्कि यह हर्बल चाय शरीर को एनर्जी भी देगी। इसके अलावा इस चाय का सेवन आपको अन्य बीमारियों से भी बचाएगा।
पंचकर्म नस्य शिरोधारा थेरेपी
पंचकर्म नस्य शिरोधारा थेरेपी भी एलर्जी में भी बहुत मददगार होती है। इसमें खास तरीके से तेल नाक में डाला जाता है, जिससे एलर्जी से राहत मिलती है। मगर यह प्रक्रिया घर में नहीं बल्कि एक्सपर्ट की देखरेख में करनी चाहिए।
डस्ट एलर्जी से बचाव के अन्य टिप्स
-बाहर निकलते वक्त अपने मुंह पर मास्क पहनें और चेहरे व बाजुओं को अच्छी तरह ढकें। इससे आप धूल-मिट्टी से बचे रहेंगे।
-चेहरे को दिन में कई बार पानी से धोएं। इससे चेहरे पर लगी धूल-मिट्टी हट जाएगी।
-घर की नियमित रूप से साफ-सफाई करें। हर मौसम में अपने घर के एयर कंडीशनर का फिल्टर बदलें। घर के वॉलपेपर की साफ-सफाई करें और उनमें जमी धूल-मिट्टी को हटाएं।
-जिस साबुन का आप नियमित रूप से इस्तेमाल कर रही हैं, उसका इस्तेमाल करना बंद कर दें। साबुन के कारण त्वचा रूखी हो जाती है और खुजली बढ़ जाती है।
-डस्ट एलर्जी होने पर डॉक्टर्स से पूछे बिना किसी क्रीम का इस्तेमाल ना करें।
-अपने साबुन को बदलकर किसी एंटीबैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें। इसके अलावा त्वचा में बार-बार खुजली न करें।

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