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जातीय जनगणना सामाजिक न्याय की लड़ाई की अगली कड़ी : अखिलेश यादव

अनुपूरक न्यूज एजेंसी, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हम कभी पिछड़े नहीं थे। साजिशों से हमारा समाज पिछड़ा बना दिया गया हैं, लेकिन अब पिछड़ा और दलित समाज जागरूक हुआ है। अपने अधिकारों की मांग कर रहा है। हर क्षेत्र में आगे आ रहा है इसीलिए भाजपा घबराई हुई है और वह किसी भी हद तक साजिश और षडयंत्र कर सकती है। भाजपा से सावधान रहना होगा। अखिलेश यादव आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में पिछड़े समाज में जन्में महापुरूषों के विचार और वर्तमान राजनीतिक परिवेश में उनकी प्रासंगिकता विषय पर आयोजित एक दिवसीय महासम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। सम्मेलन में पूरे प्रदेश से मौर्य, कुशवाहा, शाक्य, सैनी समाज के विधायक, पूर्व विधायक, पदाधिकारी, नेता और प्रतिनिधि मौजूद रहे। अखिलेश यादव ने कहा कि सम्मेलन में मौजूद लोग तथागत गौतम बुद्ध के विचारों को मानने वाले और चक्रवर्ती सम्राट चन्द्र गुप्त मौर्य एवं चक्रवर्ती सम्राट अशोक मौर्य के वंशज हैं। समाज सुधारक श्री ज्योतिबा फूले तथा श्रीमती सावित्री बाई फुले का स्मरण कर उन्हें नमन किया। उन्होंने उनके चित्रों पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। यादव ने कहा कि जो समस्या आपकी है, वही हमारी भी है। आपके समाज को अपने साथ बराबर खड़ा करेंगे। राजनीतिक और सामाजिक हैसियत में पीछे नहीं रखेंगे। हमें भरोसा है कि यहां पर जो नेता आये हैं और समाजवादी पार्टी के साथ जो लोग हैं सब भाजपा का मुकाबला कर लेंगे। जो लोग दूसरे के स्टूल की बात करते थे उन्हें आज खुद स्टूल नहीं मिल रहा है। यादव ने कहा कि इस समाज का अतीत और इतिहास ऐसा है कि यह कभी पिछड़ा नहीं था। लेकिन हजारों साल पहले हुई साजिश के कारण पिछड़ गया। यह लड़ाई हजारों साल की है खत्म नहीं हुई, अभी जारी है। सामाजिक न्याय की लड़ाई बड़ी है। जातीय जनगणना सामाजिक न्याय की लड़ाई की अगली कड़ी है। समाजवादी लोग लम्बे समय से जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं। लोकसभा में नेताजी मुलायम सिंह यादव, शरद यादव और लालू प्रसाद यादव जी समेत दक्षिण भारत के नेताओं ने मांग की थी और उस समय की सरकार ने जातीय जनगणना कराने के लिए स्वीकार किया था। लेकिन आंकड़े नहीं जारी हुए थे। हम समाजवादी लोग चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो, और सभी जातीयों को उनकी आबादी के अनुपात में हक और सम्मान मिले। लेकिन जिनकी संख्या आबादी में बहुत कम है वही जातीय जनगणना नहीं होने देना चाहते हैं। जब कभी भी समाजवादियों को मौका मिलेगा तो जातीय जनगणना कराकर सभी को उनके आबादी के अनुपात में हक और सम्मान दिलाने का काम करेंगे। भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जब कभी आंकलन होगा और रिपोर्ट तैयार होगी तो यही निकलेगा कि नोटबंदी भाजपा सरकार का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी फैसला था। पहले 2000 रू0 का नोट छापा। उसे चलाया और फिर बंद कर दिया। भाजपा ने अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरह के फैसले लिये। उन्होंने कहा कि जनता को 2022 के चुनाव में धोखा दिया गया और अब 2024 के लोकसभा चुनाव का इंतजार कर रही है। देश में इंडिया गठबंधन बनने के बाद भाजपा में घबराहट है। इंडिया के साथ पीडीए खड़ा है जो लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया कर देगा। अखिलेश यादव ने कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री जी ने लाल किले से भारत को विकसित देश बनाने का सपना दिखाया। लेकिन जब देश की 85 फीसदी आबादी गरीब, पिछड़ी और अपने हक और सम्मान से वंचित रहेगी तो देश कैसे विकसित बनेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के लिए जो भी वादा किया था उसे पूरा नहीं किया। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। गन्ने का भुगतान नहीं हुआ। किसानों की किसी भी फसल का लागत मूल्य नहीं मिला। महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। सरकार बताये कि महंगाई का मुनाफा किसकी जेब में जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग पिछड़े, दलितों को आगे बढ़ता नहीं देख पा रहे हैं वे एक-एक कर सरकारी संस्थाओं को बेंच रहे हैं। जब सब संस्थायें निजी हाथों में चली जाएगी तो बाबा साहब द्वारा संविधान में दिया गया आरक्षण कैसे मिलेगा? कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यक समाज को धन, धरती और शिक्षा से वंचित करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारों पर डकैती डाल रहे हैं। नौकरियों में पिछड़ों का कोटा गायब कर रहे हैं। आज देश, लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। आजादी के 76 सालों के बाद भी कुछ ताकतें है जो दलितों, पिछड़ों को अपमानित कर रही है और उनका हक और सम्मान नहीं देना चाहती है। ऐसे ठेकेदारों से सावधान रहना है क्योंकि देश में अब परिवर्तन की बयार चल पड़ी है। कार्यक्रम के संयोजक बिजनौर के नूरपुर विधानसभा से विधायक l रामऔतार सैनी ने कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण खत्म कर रही है। जातीय जनगणना नहीं होने देना चाहती है। इस अवसर पर उन्होंने जातीय जनगणना कराने के लिए एक प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।सम्मेलन में सभी ने एक स्वर में कहा कि वे भाजपा को केन्द्र की सत्ता से हटाने के लिए संकल्पित है। भाजपा के किसी भी साजिश और षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने देंगे। लोकतंत्र और संविधान के साथ समाज के हक और सम्मान की सुरक्षा के लिए एकजुट होकर सन् 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए समाजवादी पार्टी का साथ देंगे। मौर्य, शाक्य, कुशवाहा, समाज के सभी लोग अखिलेश यादव के नेतृत्व में निष्ठा रखते हुए भाजपा सरकार का सफाया करेंगे। कार्यक्रम को जगदीश कुशवाहा पूर्व सांसद, विधायक ऊषा मौर्या, पूर्व विधान परिषद सदस्य आरएस कुशवाहा, पूर्व विधायक नीरज मौर्या, उदय लाल मौर्या, पूर्व विधायक भगौती प्रसाद सागर, डॉ0 आर.पी. कुशवाहा, उमाशंकर कुशवाहा, अविनाश कुशवाहा, शिवराम कुशवाहा, रमेश कुशवाहा, श्रीमती सविता मौर्या, विद्राही धनपत राम मौर्य, विनय शाक्य, अमरनाथ मौर्या, बलराम मौर्या, विनीत कुशवाहा, राजेन्द्र प्रसाद मौर्या, अशोक अगम मौर्य, हंसराज मौर्य ने विचार रखे और अखिलेश यादव को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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