नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी 40 वर्षीय एक व्यक्ति को जबरन उसके घर से ले गए और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, “आतंकवादियों ने पुलवामा जिले के अवंतीपोरा क्षेत्र के गुलजारपोरा में बृहस्पतिवार देर रात मंजूर अहमद लोन की हत्या की.”उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आतंकवादी लोन को डोगरीपोरा स्थित उसके घर से जबरन उठाकर ले गए और निकटवर्ती गुलजारपोरा में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. दक्षिण कश्मीर में दो दिन के भीतर नागरिकों पर हुए हमले का यह तीसरा मामला है.
अनंतनाग जिले के बीजबेहरा क्षेत्र में बृहस्पतिवार को नेशनल कांफ्रेंस का एक कार्यकर्ता गोली लगने से घायल हो गया था और बुधवार को पुलवामा जिले में सेना के एक पूर्व जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे.अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा जिले के त्राल के पिंग्लिश क्षेत्र में रविवार रात हुई मुठभेड़ के दौरान जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी और पुलवामा की घटना का मास्टरमाइंड मुदासिर अहमद उर्फ ‘मोहम्मद भाई’ मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक है. उन्होंने बताया कि इन तीनों आतंकवादियों का शव बुरी तरह से जल गया है जिसके कारण उनकी पहचान नहीं हो पाई.
हालांकि उनकी पहचान के प्रयास जारी हैं.पिंग्लिश क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू कर दिया. यह अभियान उस समय मुठभेड़ में बदल गया जब सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू की.अधिकारियों ने रविवार को बताया कि जैश के आतंकवादी खान की पहचान पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने का षडयंत्र करने वाले के रूप में हुई थी. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जांच में अब तक जुटाए गए सबूतों के मुताबिक सुरक्षाबलों ने बताया कि 23 साल का खान पेशे से इलेक्ट्रिशियन था और स्नातक पास था. वह पुलवामा का रहनेवाला था और उसने ही आतंकी हमले में इस्तेमाल किए गए वाहन और विस्फोटक का इंतजाम किया था.