Breaking News

खाद कारखाने का निरीक्षण कर बोले योगी- गोरखपुर सहित पूर्वांचल का होगा विकास

अशाेक यादव, लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने गुरुवार को गोरखपुर पहुंचकर हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के खाद कारखाना के विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 28 करोड़ की लागत वाले दक्षिण कोरिया निर्मित विशेष रबर से बने डैम का भी निरीक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक की।

माना जा रहा है कि एचयूआरएल में काम अब निर्णायक दौर में है। बहुत जल्द इसके लोकार्पण की तारीख आ सकती है। इसके पूर्व गोरखपुर आए केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने गोरखनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन भी किया। मुख्य मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद केंद्रीय मंत्री ने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने बैठक कक्ष में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बातचीत की।

गौरतलब है कि गोरखपुर खाद कारखाने का लोकार्पण इस साल जुलाई में पीएम नरेन्द्र मोदी के हाथों होना प्रस्तावित है। केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा और सीएम के इस दौरे को इसी की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। इस मौके पर आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गोरखपुर में 8000 करोड़ का निवेश करके एक खाद कारखाना स्थापित हो रहा है। इस खाद कारखाने से गोरखपुर सहित पूर्वांचल का बहुत विकास होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने 26 वर्ष पूर्व बंद खाद कारखाने का 2016 में शिलान्यास किया था। कारखाने के शुरू होने से भारत उर्वरक के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की ओर एक कदम और आगे बढ़ाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों को समय से उर्वरक और रसायन मुहैया कराने के लिए कृत संकल्प हैं। उनकी सोच है कि भारत खाद और रसायन के लिए किसी दूसरे देश पर निर्भर ना रहे। विगत 1 वर्ष से पूरा विश्व कोविड- 19 से जूझ रहा है। इस कठिन काल में भी गोरखपुर खाद कारखाना का निर्माण कर रहे हिंदुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड का कार्य बड़ा संतोषजनक रहा है। कारखाने का भौतिक निरीक्षण से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शीघ्र खाद कारखाने से उत्पादन शुरू हो जाएगा।

1967- 68 में गोरखपुर में खाद कारखाना का निर्माण जापान की कंपनी टोयो ने किया था। इस कंपनी द्वारा उत्पादित यूरिया इफको उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल सहित भारत में बहुत लोकप्रिय था। उसी टोयो कंपनी को इस कारखाने के निर्माण का जिम्मा दिया गया है। रसायन मंत्री कारखाने के निर्माण की प्रगति की समीक्षा लगातार करते रहते हैं। कोविड-19 के त्रासदी के दौर में भी रसायन मंत्री के सूझबूझ और दूरदर्शिता के कारण खाद की कमी नहीं हुई। उत्तर प्रदेश में खाद और रसायन भरपूर मात्रा में उपलब्ध था। प्रधानमंत्री, रेल मंत्रालय और रसायन मंत्री के वजह से खाद की कमी नहीं हुई।

सीएम ने कहा कि मार्च 2017 में प्रदेश की बागडोर हाथ में लेते ही मैंने तय किया था कि केंद्र की कोई योजना जिससे बेरोजगारी दूर हो और किसान के हित में हो उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने का प्रयास करना है। कारखाने में किसानों और नौजवानों के लिए स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा। सरकार ने हर घर नल की योजना शुरू की है। इसके जरिए हर परिवार को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाने का लक्ष्य है। खाद कारखाने के बगल में स्थित चिलुआताल पानी का एक अच्छा स्रोत है। चिलुआताल से कारखाने को और वहां के टाउनशिप को जल मुहैया कराया जाएगा। इसके बाद यदि जल बचता है तो वह नगर वासियों को उपलब्ध रहेगा।

उन्होंने कहा कि 1970 से यह क्षेत्र इंसेफलाइटिस से ग्रसित रहा है। 2017 से इसके रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयास किया गया, जिसका काफी अच्छा परिणाम मिल रहा है। इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए मुख्य रूप से दो मुद्दों पर फोकस किया गया है। पहला स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।इसके लिए हर घर को शौचालय मुहैया करा दिया गया है। दूसरा शुद्ध पेयजल। इसके लिए हर घर नल योजना शुरू किया गया है। जिसका काफी अच्छा परिणाम मिला है। आज इंसेफेलाइटिस की बीमारी 75 प्रतिशत कम हो गई है और मौत की दर 95 प्रतिशत तक कम हो गया है।

कारखाना निर्माण में लगी सभी एजेंसियां बहुत समन्वय से कार्य कर रही हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि कारखाना समय से पूर्व पूरा हो जाएगा। जिसे प्रधानमंत्री राष्ट्र को समर्पित करेंगे। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गोरखपुर को दो बड़ी सौगात दी है। पहला एम्स जो शीघ्र ही अपनी पूर्ण क्षमता से चालू हो जाएगा। दूसरा यह खाद कारखाना वह भी शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएगा। वैसे प्रधानमंत्री ने अन्य कई कल्याणकारी योजनाएं गोरखपुर को दी है। जो शीघ्र ही जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। कोविड-19 के महामारी के बाद भी हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड ने काफी सराहनीय कार्य किया है।

इस मौके पर उर्वरक एवं रसायन मंत्री सदानंद गौड़ा ने कहा कि आज जब मैं गोरखपुर आया तो यहां का विकास देखकर मैं अचंभित रह गया। 2014 में जब मैं यहां आया था और आज में जमीन आसमान का अंतर है। आजादी के 70 वर्ष हुए लेकिन विगत 4 वर्ष में मुख्यमंत्री द्वारा किया गया कार्य काबिले तारीफ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विकासकारी सोच की देन है कि आज गोरखपुर विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रधानमंत्री का सपना साकार किया जा रहा है। इस कारखाने को शुरू कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जब यहां के सांसद थे तब से ही मैंने बहुत रुचि लेकर इस कारखाने को मूर्त रूप दिलवाया है।

मुख्यमंत्री का विशेष आग्रह है कि कारखाना 31 जुलाई को शुरू होने की जगह 30 जून को शुरू किया जाए। इसको निर्धारित समय से पूर्व शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। प्रधानमंत्री का सपना है कि भारत आत्मनिर्भर बने खासतौर पर उर्वरक क्षेत्र में। गोरखपुर में प्लास्टिक पार्क की स्थापित करने के लिए 58 एकड़ भूमि चिन्हित कर लिया गया है। शीघ्र ही प्लास्टिक पार्क मूर्त रूप लेगी। जिससे इस क्षेत्र में रोजगार बढ़ेगा।

Loading...

Check Also

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं भारतीय सेना द्वारा आपदा प्रबंधन संगोष्ठी एवं टेबल टॉप अभ्यास का आयोजन

मध्य कमान, लखनऊ सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने ...