Breaking News

उत्तर प्रदेश में आनन्द प्रकाश दीक्षित को भारत-भारती व आनन्द मिश्र ‘अभय’ को लोहिया साहित्य व अन्य साहित्यकारों को अन्य सम्मानों से सम्मानित किया गया

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि साहित्य समाज का मार्गदर्शक होता है। साहित्य का अर्थ ही है, जिसमें सबका हित हो। साहित्य के माध्यम से ही हम किसी समाज, राष्ट्र व संस्कृति को सम्बल प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दी देश को जोड़ने वाली भाषा है। यह उत्तर से दक्षिण तथा पूरब से पश्चिम तक सम्पूर्ण देश में बोली और समझी जाती है। इसलिए यह राष्ट्रीय एकता और अखण्डता से अभिन्न रूप से सम्बद्ध है। 
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा आयोजित वर्ष-2016 के सम्मान समारोह कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश व देश से जुड़े साहित्यकारों एवं विभूतियों को देवी सरस्वती के प्राकट्य दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी को बसन्त पंचमी की बधाई देते हुए कहा कि आज का पावन दिन विद्या, बुद्धि, ज्ञान, कला की देवी माँ सरस्वती जी का दिन है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा सम्मान समारोह में पूरे देश के हिन्दी मनीषियों को सम्मिलित करने का जो प्रयास किया वह सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लेखनी का उपयोग समाज को बेहतर बनाने में करना चाहिए। बगैर चिन्तन के अच्छा साहित्य नहीं लिखा जा सकता है। प्रत्येक कालखण्ड में साहित्यकारों ने अपनी लेखनी के माध्यम से समाज की बुराइयों को दूर करने का प्रयास किया है। जब लेखनी से स्वस्थ साहित्य लिखा जाता है तो सृजनात्मकता व रचनात्मकता से राष्ट्र को एक नई दिशा मिलती है। आदि कवि वाल्मिकी ने अपनी कृति रामायण के माध्यम से भारत ही नहीं पूरे विश्व को जो मार्ग दिखाया, वह हम सभी को आज भी ऊर्जा प्रदान करता है। आज आवश्यकता है कि रचनात्मक साहित्य को बढ़ावा दिया जाए। रचनात्मक साहित्य के माध्यम से ही प्रगतिशील समाज की संकल्पना को साकार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी विभूतियों को संरक्षित व संवर्धित करता है, वहीं समाज आगे बढ़ता है।
समारोह को सम्बोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि साहित्य समाज व अन्तर्मन की भावनाओं को व्यक्त करने का माध्यम है। साहित्य हमेशा से ही देशकाल को केन्द्र में रखकर रचा जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने हिन्दी साहित्य से जुड़ी जिन विभूतियों को सम्मानित किया, उनमें डाॅ0 आनन्द प्रकाश दीक्षित को भारत-भारती सम्मान, श्री आनन्द मिश्र ‘अभय’ को लोहिया साहित्य सम्मान, डाॅ0 विद्याविन्दु सिंह को हिन्दी गौरव सम्मान, श्री नन्द किशोर आचार्य को महात्मा गांधी साहित्य सम्मान, श्री महेश चन्द्र शर्मा को पं0 दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान, प्रो0 नेत्रपाल सिंह को  अवन्तीबाई साहित्य सम्मान तथा साहित्यानुशीलन समिति, मद्रास के डाॅ0 इन्द्रराज वैद्य को राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन सम्मान से सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार डाॅ0 रामशरण गौड़, डाॅ0 जय प्रकाश, डाॅ0 गणेश नारायण शुक्ल, डाॅ0 वेद प्रकाश अमिताभ, श्री मधुकर अष्ठाना, श्री विजय रंजन, डाॅ0 श्रीराम परिहार, डाॅ0 सुरेन्द्र दुबे, डाॅ0 प्रेमशंकर त्रिपाठी तथा श्री बल्देव भाई शर्मा को साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। डाॅ0 आद्या प्रसाद सिंह ‘प्रदीप’ को लोक भूषण सम्मान तथा डाॅ0 मंजुला चतुर्वेदी को कला भूषण सम्मान प्रदान किया गया।
इनके अलावा, डाॅ0 हरिशंकर मिश्र को विद्या भूषण, श्री देवेन्द्र मेवाड़ी को विज्ञान भूषण, श्री राजनाथ सिंह ‘सूर्य’ को पत्रकारिता भूषण, श्री सत्यदेव टंेगर को प्रवासी भारतीय हिन्दी भूषण, श्री भगवती प्रसाद द्विवेदी को बाल साहित्य भारती, श्री शिवनारायण मिश्र को मधुलिमये साहित्य सम्मान, डाॅ0 हरि जोशी को पं0 श्रीनारायण चतुर्वेदी साहित्य सम्मान, डाॅ0 रामअवतार सिंह को विधि भूषण सम्मान डाॅ0 सुवास कुमार को हिन्दी विदेश प्रसार सम्मान तथा डाॅ0 प्रेमसुमन शर्मा व डाॅ0 प्रणव शर्मा शास्त्री को विश्वविद्यालयस्तरीय सम्मान से विभूषित किया गया।
सौहार्द सम्मान से अलंकृत होने वालों में श्री नन्द कुमार मनोचा ‘वारिज’ (पंजाबी), श्री प्रकाश भातम्ब्रेकर (मराठी), श्रीमती मनोहरमयुम यमुना देवी (मणिपुरी), डाॅ0 मंजु मोदी (उड़िया), डाॅ0 राजलक्ष्मी कृष्णन (तमिल), श्री बाबू कृष्ण मूर्ति (कन्नड़), श्री छत्रपाल (जोगिन्दर पाल सराफ) (डोगरी), डाॅ0 शशि शेखर तोषखानी (कश्मीरी), डाॅ0 यासमीन सुल्ताना नकवी (उर्दू), श्री रामनिरंजन गोयनका (असमिया), डाॅ0 जे0एल0 रेड्डी (तेलुगु), श्री वी0 रवीन्द्रन (मलयालम), डाॅ0 गंगेश गंुजन (मैथिली) तथा ओमप्रकाश पाण्डेय (संस्कृत) शामिल थे।
इसके अतिरिक्त नामित पुरस्कारों से श्री रमाशंकर, डाॅ0 ज्ञानवती दीक्षित, डाॅ0 दिनेश पाठक ‘शशि’, श्री चन्देश्वर ‘परवाना’, डाॅ0 शिवमंगल सिंह ‘मंगल’, डाॅ0 अजय कुमार सिन्हा, पं0 उमाशंकर मिश्र ‘रसेन्दु’, श्री रवीन्द्र प्रताप सिंह, डाॅ0 देवव्रत चैबे, डाॅ0 सुशील कुमार पाण्डेय ‘साहित्येन्द्र’, श्री रविनंदन सिंह, डाॅ0 दयाशंकर त्रिपाठी, डाॅ0 प्रणव भारती, श्री शीलेन्द्र कुमार वशिष्ठ, डाॅ0 पशुपतिनाथ उपाध्याय, डाॅ0 सरला अवस्थी, डाॅ0 नुज़हत फ़ात्मा, डाॅ0 गोपाल कृष्ण शर्मा ‘मृदुल’, डाॅ0 विनीता सिंघल, सुश्री आरती मिश्र ‘आश्चर्य’, श्री शंकर सुल्तानपुरी, डाॅ0 योगेश, डाॅ0 वीरेन्द्र कुमार चन्द्रसखी, श्री अमित कुमार सिंह, श्री कृष्ण मुरारी ‘विकल’, सुश्री शीला शर्मा, डाॅ0 चन्द्रभानु शर्मा तथा श्री कौशलेन्द्र को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव भाषा श्री जितेन्द्र कुमार, हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ0 सदानन्द प्रसाद गुप्त तथा निदेशक श्री शिशिर सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।
Loading...

Check Also

योगी और राजनाथ असली क्षत्रिय नहीं- ठाकुर नितांत सिंह

अनुपूरक न्यूज एजेंसी, लखनऊ। कांग्रेस के क्षत्रिय नेता ठाकुर नितांत सिंह ने राजपूत समाज द्वारा ...