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साफ-सफाई की लाचार व्यवस्था पर सख्त दिखे नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जी0एन0

राहुल यादव, कानपुर नगर । कानपुर नगर निगम के नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जी0एन0 द्वारा शनिवार को नगर भ्रमण के अन्तर्गत नरेन्द्र मोहन सेतु, जे0के0 मन्दिर, लाजपत नगर, मरियमपुर चौराहा, जोनल कार्यालय-6, चैन फैक्ट्री चौराहा से सिन्धी कालोनी होते हुए विजय नगर, गल्ला मण्डी, डबलपुलिया, नमक फैक्ट्री चौराहा से शैन्नेश्वर मन्दिर चौराहा, के0डी0एम0ए0 स्कूल, केशवपुरम्, एस्कार्ट स्कूल मार्ग, मसवानपुर चौराहा, मामा तालाब, धामीखेड़ा कूड़ाघर, कल्यानपुर आवास विकास मार्ग, ट्रांसफर स्टेशन आवास विकास, पनकी भवसिंह स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान्ट का निरीक्षण किया गया। 
 निरीक्षण के समय नगर निगम से सम्बन्धित समस्याओं को देखा एवं मौके पर ही सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये गये ।
नगर आयुक्त ने नरेन्द्र मोहन सेतु पर सफाई व्यवस्था को संतोषजनक पाया।  जे0के0 मन्दिर:  निरीक्षण के दौरान जे0के0 मन्दिर में सड़क के दोनों पटरी पर झाडू लगी न होने के कारण कूड़ा सड़क पर बिखरा पाया गया एवं प्लास्टिक के पाउच, गिलास इत्यादि बिखरे हुए पाये गये। निर्देशित किया गया कि तत्काल झाडू लगाते हुए कूड़े का उठान सुनिश्चित किया जाये। 
लाजपत नगर: निरीक्षण के दौरान लाजपत नगर में सागर रत्ना से हवेली रेस्टोरेन्ट तक सफाई न होने के कारण जगह-जगह कूड़ा बिखरा व ढेर पाया गया। साथ ही नालियॉ भी भरी हुयी पायी गयी। निर्देशित किया गया कि तत्काल नालियॉ एवं सड़की की सफाई करते हुए कूड़ा को उठाया जाये, साथ ही सामने की पटटी पर रखे ट्रांसफार्मर के आसपास भी सफाई करते हुए कूड़े को उठाया जाये। 
मरियमपुर: निरीक्षण के दौरान जोनल कार्यालय-6 के बाहर दोनो साइड पटरी पर कूड़े के ढेर लगे हुए पाये जाने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कई दिनों से कूड़े के ढेर नही उठाये गये हैं, साथ ही मरियमपुर अस्पताल की जाली के अन्दर भी काफी कूड़ा जमा हुआ पाया गया। मौके पर ही जोनल स्वच्छता अधिकारी-6 को निर्देश दिये गये कि तत्काल सफाई कराते हुए कूड़े को उठाया जाये तथा प्रतिदिन सफाई व्यवस्था व कूड़ा उठान भी सुनिश्चित करायें। 

विजय नगर से नमक फैक्ट्री: निरीक्षण के दौरान विजय नगर से नमक फैक्ट्री तक ग्रीनबेल्ट में गन्दगी पायी गयी एवं कई स्थानों पर ग्रीनबेल्ट में लगे पेड़/पौधों की डालियॉ सड़क तक लटकी हुयी पायी गयी। निर्देशित किया गया कि दो दिन में ग्रीनबेल्ट के अन्दर की सफाई एवं डालियों की छटाई करते हुए फोटो सहित आख्या उपलब्ध करायी जाये। 

आवास विकास: निरीक्षण के दौरान आवास विकास स्थित स्कार्ट स्कूल के पास स्थित हसनपुर कूड़ाघर के पास एक कर्मचारी झाडू लगाते हुए पाया गया। कूड़ाघर मंे कूड़े की स्थिति अत्यन्त खराब पायी गयी। प्रथम दृष्टया पाया गया कि सड़क पर काफी कूड़ा बिखरा हुआ पाया गया। सड़क और कूड़ाघर के बीच में नाले की स्लैब टूटी होने के कारण कूड़े को कूड़ाघर तक न पहुॅचा कर सड़क व नाले पर ही गिराया जा रहा है। निर्देशित किया गया कि इस कूड़ाघर को सही किया जाये, नाले पर स्लैब डाला जाये तथा कूड़ाघर से नाले तक इस प्रकार ढाल दिया जाये, जिससे हाथ कूड़ा गाड़ी आसानी से कूड़ाघर के अन्दर चली जाये। उक्त कार्य तत्काल कराये जाने हेतु पत्रावली प्रस्तुत की जाये।  कार्य के उपरान्त यदि कूड़ा सड़क पर पाया जाता है , तो सम्बन्धित सफाई निरीक्षक के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। 
निरीक्षण के दौरान आवास विकास केशवपुरम् स्कार्ट स्कूल से मसवानपुर तक जगह-जगह आवारा पशु विचरण करते हुए पाये गये। निर्देशित किया गया कि अभियान चलाकर स्कार्ट स्कूल से मसवानपुर होते हुए पनकी कल्यानपुर रोड तक आवारा पशुओं को पकड़ते हुए नियमानुसार गौशाला में निरूद्ध किया जाये। 

मसवानपुर: निरीक्षण के दौरान मसवानपुर मामा तालाब के पास जलभराव पाया गया, साथ ही मामा तालाब में गोबर व कूड़े के ढेर पाये गये। मौके पर उपस्थित सफाई निरीक्षक विजय द्वारा अवगत कराया गया कि यहॉ पर रात्रि में लोगों द्वारा गोबर डाल दिया जाता है, इस स्थान पर सप्ताह में 02 दिन ही सफाई करते हुए कूड़े को उठाया जाता है। मौके पर ही सफाई निरीक्षक को निर्देशित किया गया कि सर्वप्रथम तत्काल सड़क से तालाब तक एक कच्ची नाली बनाते हुए जल निकासी सुनिश्चित करायें, तत्पश्चात् 02 दिन के अन्दर पूरे मामा तालाब की सफाई कराकर फोटो सहित आख्या प्रस्तुत करें।  मसवानपुर मामा तालाब से आवास विकास पनकी कल्यानपुर रोड तक कई स्थानों पर बड़े-बड़े गडढे पाये गये, जिससें बरसात में पानी भरा होने के कारण कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है, अतएव निर्देशित किया गया कि इन गडढ़ो में तत्काल मिट्टी/मलवा डालते हुए समतलीकरण कराया जाये। 

धामीखेड़ा: स्थित कूड़ाघर का निरीक्षण किया गया। मौके पर कूड़ा सड़क पर पाया गया। जोनल स्वच्छता अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि बरसात मंे जलभराव के कारण हाथ कूड़ागाड़ी कूड़ाघर तक नही जा पा रही है और कूड़े को बाहर ही डाल दिया जा रहा है। यदि इस कूड़ाघर को ठीक करते हुए सड़क तक स्लोब/रैम्प बना दिया जाये, तो आसानी से हाथ कूड़ागाड़ी अन्दर तक जाकर कूड़े को कूड़ाघर में डाल सकेगी। निर्देशित किया गया कि तत्काल इस कूड़ाघर को ठीक किया जाये, इस हेतु जोनल अभियन्ता इसका निरीक्षण करते हुए आज ही एक कार्ययोजना प्रस्तुत करे, जिससे अविलम्ब कार्य कराते हुए इसे सही किया जाये। 

कूड़ाघर के बगल में संचालित सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया गया।  निरीक्षण के दौरान अन्दर पुरूष शौचालय की ओर बेसिन का पाइप टूटा हुआ पाया गया, एक महिला सीट धंसी हुयी पायी गयी, साथ ही शौचालय में सफाई भी नही पायी गयी। संचालिका द्वारा अवगत कराया गया कि शौचालय से जो भी धनराशि प्राप्त होती है, वह उससे शौचालय का रख-रखाव कर रही है। निर्देशित किया गया कि शौचालय में व्यवस्थायें सही न होने के कारण सम्बन्धित फर्म को नोटिस दिया जाये। साथ ही नगर निगम सीमान्तर्गत जितने भी सामुदायिक/सार्वजनिक शौचालय है, उनकी सूची डा0 अजय कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी समस्त जोनल स्वच्छता अधिकारी को उपलब्ध करा दे, जोनल स्वच्छता अधिकारी उस सूची को अपने जोन के अन्तर्गत वार्डवार समस्त सफाई नायकों/सुपरवाइजरों को उपलब्ध कराते हुए उनसे इस आशय की आख्या प्राप्त करें कि उनके वार्ड में स्थापित सामुदायिक/ सार्वजनिक शौचालय में समस्त मूलभूत सुविधाये यथा-पानी व लाइट की व्यवस्था, शौचालय की सीट, बेसिन इत्यादि अच्छी हालत में है अथवा नहीं? स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत शौचालय की चेक लिस्ट के अनुसार क्या-क्या कमी है, उसकी रिपोर्ट प्राप्त कर प्रस्तुत करें, जिससे जल्द से जल्द शौचालय की कमियों को ठीक कराया जा सके। यह कार्यवाही प्रत्येक दशा में 03 दिन में पूर्ण कर ली जाये। 

निरीक्षण के दौरान जोनल स्वच्छता अधिकारी से जोन के सफाई कार्य में लगे कर्मचारियों की संख्या पूछने पर अवगत कराया गया कि जोन में 05 सफाई निरीक्षक, 30 सफाई नायक/सफाई पर्यवेक्षक एवं 932 सफाई कर्मचारी है। निर्देशित किया गया कि सफाई निरीक्षक व सफाई नायक/सफाई पर्यवेक्षक के नाम व वार्ड की सूची आज ही प्रस्तुत करें। 

  पनकी आवास विकास: निरीक्षण के दौरान पनकी आवास विकास ट्रांसफर स्टेशन का निरीक्षण किया गया। मौके पर एक काम्पैक्टर में थोड़ा कूड़ा पाया गया। जोनल स्वच्छता अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि यहॉ पर घर-घर से कूड़े का संग्रहण कर गाड़िया आती है और वह कूड़े को काम्पैक्टर में डालती है, तत्पश्चात् काम्पैक्टर भर जाने पर उसे हुक-लोडर के माध्यम से उठाकर पनकी सालिड वेस्ट प्लान्ट तक पहुॅचाया जाता है। उपस्थित कर्मचारी द्वारा प्रस्तुत रजिस्टर को देखने से पता चला कि यहॉ पर प्रतिदिन 20 से 22 टाटा यस कूड़ा डाला जाता है, काम्पैक्टर से कूड़ा प्रतिदिन दो बार सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान्ट में जाता है। रजिस्टर में आने वाले वाहनों का इन्द्राज तो पाया गया , परन्तु काम्पैक्टर कितनी बार गया इसका उल्लेख रजिस्टर मंे नही पाया गया। निर्देशित किया गया कि एक रजिस्टर बनाया जाये, जिससे आने वालें वाहनों के साथ-साथ काम्पैक्टर से कूड़ा कितनी बार गया, उसका इन्द्राज भी किया जाये। 

पनकी भवसिंह स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान्ट का निरीक्षण किया गया। मौके पर प्लान्ट में जलभराव पाया गया। प्लान्ट में  आर्यन भट्ट द्वारा अवगत कराया गया कि बरसात के कारण प्लान्ट के पीछे पाण्डू नदी में बाढ़ आने के कारण पानी अन्दर की ओर आ गया है, जिससे कार्य बाधित हो रहा है। अधोहस्ताक्षरी द्वारा प्लान्ट के सम्बन्ध में जानकारी करने पर अवगत कराया गया कि प्लान्ट को नगर निगम द्वारा स्वयं करीब डेढ साल से ज्यादा चलाते हुए हो गया है। प्लान्ट में पहले कूड़े को सेक्शन के पैड पर लाते है और उसे कन्वेयर द्वारा ट्रॉमल में डालकर प्रोसेस करते है, जिससे कूड़े से प्लास्टिक को छांट कर अलग कर दिया जाता है और बचा हुआ वेस्ट कम्पोस्ट के रूप में बदल जाता है। कम्पोस्ट को विन्डो पैड पर ले जाते है और उसमें कैमिकल कल्चर मिलाकर तैयार करते है, इससे हमारी कम्पोस्ट खाद तैयार होती है। इसे हम 4ए सेक्शन में ले जाकर प्रोसेस करते है। खाद और आरडीएफ की बिक्री भी प्लान्ट से की जा रही है। इस प्लान्ट में प्रतिदिन 900 से 1000 मीट्रिक टन कूड़ा आता है। निर्देशित किया गया कि प्लान्ट से जल निकासी शीघ्र करायी गयी, तत्पश्चात् पुनः प्लान्ट का निरीक्षण अधोहस्ताक्षरी द्वारा किया जायेगा, तब तक प्लान्ट के सम्बन्ध में एक बुकलेट भी तैयार कर ले। 

निरीक्षण के समय विनय प्रताप सिंह जोनल अधिकारी-6, ओमपाल सिंह जोनल स्वच्छता अधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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