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साइकिलिंग के ढेरों फायदे, उम्र के हिसाब से जानें इस एक्सरसाइज का सही तरीका

साइकिल चलाना कई लोगों का शौंक होता है या फिर कई इसका इस्तेमाल एक्सरसाइज के रुप में करते हैं। साइकिल आपको फिट रखने के साथ-साथ आपके वजन को भी कम करने में बहुत मदद करता है, खासतौर पर पेट की चर्बी को जल्द कम करने के लिए आप साइकलिंग का सहारा ले सकते हैं। वजन को बैलेंस करने के साथ-साथ साइकिल चलाने से आपका मूड भी अच्छा होता है। मगर फिट रहने के लिए आखिर आपको कितनी साइकिल चलानी चाहिए, इस बारे में भी आपको पता होना जरुरी है…तो चलिए जानते हैं सही तरीके से साइकलिंग करने के तरीके के बारे में…
जरुरी है लक्ष्य !
साइकिलिंग की शुरुआत हमेशा एक लक्ष्य ठानकर ही करें। मगर ध्यान में रखें कि लक्ष्य आपका शुरुआत में छोटा होना चाहिए। खासतौर पर जब आप वजन कम करने का प्लान बना रहें हैं तो हमेशा 10 से 15 मिनट की साइकिलिंग से ही अपनी शुरुआत करें।
अगर बात सिर्फ फिट रहने की है तो आप 25 से 30 मिनट तक साइकिल चला सकते हैं। मगर ध्यान रखें शरुआत हमेशा कम समय से ही करें। धीरे-धीरे आपका स्टैमिना खुद-ब-खुद बढ़ने लगेगा।
उम्र के हिसाब से तय करें साइकलिंग का वक्त
10 से 15 साल के बच्चों को 40 से 45 मिनट तक साइकलिंग करनी चाहिए। 18 से 40 साल तक कि उम्र के लोग अपने स्टैमिना के मुताबिक साइकलिंग कर सकते हैं। मगर 45़ लोगों को एकस्पर्ट की सलाह लिए बिना साइकलिंग नहीं करनी चाहिए। असल में इस उम्र के बाद अक्सर लोगों को घुटनों में दर्द या फिर हार्ट प्रॉब्लम जैसी समस्याएं हो जाती हैं। जिसके चलते इस उम्र में साइकलिंग करना थोड़ा नुकसानदयी हो सकता है। ऐसे में जरुरी है अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही साइकलिंग की शुरुआत करें।शुगर पेशेंट्स
जानकार मानते हैं कि साइकलिंग डायबिटीज पर नियंत्रण करने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। डॉक्घ्टरों का कहना है कि रोजाना सिर्फ आधे घंटे तक साइकिल चलाकर हफ्ते भर में एक हजार से अधिक कैलोरी खर्च की जा सकती हैं। मगर साइकलिंग करने के शौकीन लोगों को अपना ब्लड शुगर लेवल हमेशा चैक करते रहना चाहिए। जिस दिन शुगर लेवल कम हो उस दिन साइकलिंग बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। शुगर की तरह हार्ट पेशेट्ंस को भी साइकलिंग की शुरुआत डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करनी चाहिए। आइए अब जानते हैं साइकिलिंग करने के फायदे…
दिल को रखे सेहतमंद
अगर आप हर रोज कुछ देर के लिए भी साइकिल चला रहे हैं तो आप में दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। साइकिल चलाने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है, जिस वजह से आपको ताउम्र दिल से जुड़ी कोई भी बीमारी परेशान नहीं करती।
मजबूत मांसपेशियां
साइकिल चलाने से पैरों की अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है और इससे पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। जो लोग रुटीन में साइकिल चलाते हैं उन्हें घुटनों से समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।
वजन घटाने में मददगार
नियमित रूप से साइकिल चलाकर आप कुछ ही दिनों में वजन कम कर सकते हैं। ये शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी को तेजी से घटाने में मदद करता है।
तनाव से दिलाए राहत
नियमित रूप से साइकिल चलाने वालों को बहुत कम डिप्रेशन की शिकायत होती है। असल में डिप्रेशन कहीं न कहीं हमारी खराब सेहत की वजह होता है। खुद को फिट एंड एक्टिव रखने का यह एक आसान तरीका है। आप जब कभी खुद को स्ट्रेस में महसूस करें तब भी आप साइकलिंग पर निकल सकते हैं, इससे आपको खुद में बहुत ज्यादा बदलाव महसूस होगा।

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