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प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2018 का राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन एवं स्मारिका का किया विमोचन

अशोक यादव / लखनऊ : राज्यपाल राम नाईक तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां राजभवन के प्रांगण में आयोजित दो दिवसीय प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2018 का उद्घाटन किया। इसके उपरान्त राज्यपाल  एवं मुख्यमंत्री ने प्रांगण में लगाए गए विभिन्न स्टालों में प्रदर्शित किए गए फल, शाकभाजी, पुष्प तथा उद्यान उत्पादों का अवलोकन किया। इस अवसर पर राज्यपाल  तथा मुख्यमंत्री ने उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की स्मारिका ‘प्रदेश स्तरीय फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2018’ का विमोचन भी किया।
राज्यपाल  ने इस प्रदर्शनी में भाग ले रहे प्रतिभागियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी वे इसी उत्साह के साथ इस प्रदर्शनी में भाग लेंगे। 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए सक्रिय है। इसके दृष्टिगत समृद्ध बागवानी को बढ़ावा देकर ही इस उद्देश्य को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि औद्यानिक फसलें अधिक आय देने में सक्षम हैं। गौरतलब है कि 17 व 18 फरवरी को आयोजित यह प्रदर्शनी आम जनता के लिए खुली रहेगी।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि किसानों को खुशहाल बनाने में खाद्य प्रसंस्करण की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेशखाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2017 लागू की गयी है। इस नीति के तहत किसानों को उनके उत्पादों के लाभकारी मूल्य दिलाने तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहित करने के प्राविधान किये गये हैं।
प्रदर्शनी में राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमान खेड़ा, केन्द्रीय औषधि एवं संगध पौध संस्थान (सीमैप), नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फैजाबाद, चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर, औद्योगिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र बस्ती, सहारनपुर, एवं बरूआ सागर, झांसी, राजकीय ऊतक संवर्द्धन प्रयोगशाला अलीगंज, उद्यान निदेशालय, जम्मू एवं कश्मीर सरकार तथा धन्वन्तरि वाटिका राजभवन शामिल हैं।
राजभवन में प्रदर्शनी का आयोजन विगत 43 वर्षाें से अधिक समय से राजभवन परिसर में किया जा रहा है। प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की जैव विविधता को एक स्थान पर समेकित रूप से आम जनता को दिखाना, प्रदेश के विभिन्न अंचलों में उत्पादित फल, शाकभाजी एवं पुष्पों के उत्कृष्ट प्रदर्शाें को जनता को दिखाना तथा विभिन्न औद्यानिक उत्पादों एवं प्रसंस्कृत पदार्थाें की प्रतियोगिता के माध्यम से समस्त दर्शकों एवं प्रतिभागियों में अच्छे उत्पादन हेतु प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न करना है।
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