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डीएनए के जरिए शिमला रेप केस केआरोपी तक पहुंची सीबीआई , आरोपी गिरफ्तार

शिमला / लखनऊ : सीबीआई ने शिमला के कोटखाई इलाके में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म और हत्या के नौ महीने पुराने मामले को सुलझाते हुए हिमाचल प्रदेश के एक 25 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. पहले स्थानीय पुलिस ने 6 आरोपियों को पकड़ा था जिनमें से एक की कस्टडी में मौत हो गई थी. बाकी सभी जमानत पर हैं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. गिरफ्तार व्यक्ति के डीएनए का घटनास्थल से बरामद अनुवांशिक सामग्री से मिलान हो गया है.

पिछले साल जुलाई में कोटखाई के जंगलों में लड़की का शव बरामद होने के बाद चुनावी प्रदेश में राजनीति गरमा गई थी और यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था.स्थानीय पुलिस ने संदेह के आधार पर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. लेकिन झूठ पकड़ने की मशीन से जांच के बाद उन्हें बरी कर दिया गया था.  एजेंसी ने अब अनिल कुमार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि अनिल कुमार का डीएनए घटनास्थल तथा शव से बरामद अनुवांशिक सामग्री से 100 प्रतिशत मिलता है.

सीबीआई ने  27 जुलाई 2017 को केस दर्ज किया था और स्थानीय पुलिस ने 6 आरोपियों को पकड़ा था. इनमें से एक की मौत हो गई थी. 9 महीने से 40 लोगों की टीम जांच कर रही थी. इनके मोबाइल फोनों के रिकॉर्ड की जांच की गई थी.

4 जुलाई को लड़की गायब हुई थी और 6 जुलाई को उसका शव मिला था. इस दौरान इनमें से किसी की मोबाइल लोकेशन नहीं मिली. लड़की बालशन गांव की थी. लड़की की स्कूल से घर से दूरी डेढ़ घंटे की थी. बीच के इलाके में घना जंगल है और रिहायशी इलाका भी है. सीन ऑफ क्राइम में कई ब्लड सैंपल मिले. लेकिन पकड़े गए लोगों में से किसी के भी ब्लड सैंपल मैच नहीं किए.

4 पालीग्राफ और नार्को टेस्ट कराए गए. सीबीआई ने पूरे एरिया को सर्च किया, 2000 लोगों से बात की. 400 लोगों के बयान रिकॉर्ड किए. मामला हाई प्रोफाइल होने के बाद लोग डरे हुए थे.

सीबीआई ने उस इलाके में 250 लोगों के ब्लड सैंपल लिए. इनमें कई क्रिमिनल्स का ब्लड था. फिर डीएनए के लीनिएज और परसेंटेज टेस्ट कराए गए. लीनिएज टेस्ट से पता चलता है कि शख्स किस परिवार से जुड़ा है और परसेंटेज टेस्ट से पता चलता है कि कितने प्रतिशत डीएनए मैच कर रहा है.  इनमें एक का ब्लड मैच हुआ. वो कांगड़ा का था.

फिर उस परिवार की जांच हुई तो पता चला कि इस परिवार में एक अपराधी है जो सितंबर 2016 से गायब है.
फिर इस पूरे परिवार के ब्लड सैंपल लिए गए. फिर उसी अपराधी का ब्लड सैंपल मैच कर गया. फिर उस परिवार के 80 लोगों के फ़ोन सर्विलान्स पर लगाए गए. अगस्त 2017 से इस शख्स ने अपने परिवार को फ़ोन करने शुरू किए. लेकिन वह हमेशा किसी और के फ़ोन का इस्तेमाल करता था. उसके अलग-अलग कॉल के आधार पर उसके मूवमेंट की मैपिंग की गई.

आख़िरकार 13 अप्रैल को रोहरू के एक फॉर्म हाउस से उसे पकड़ा गया था. वो फार्म हाउस में वह मजदूरी कर रहा था. आरोपी अनिल कुमार उर्फ नीलू 25  साल का है. वह लकड़हारा है. अनिल कुमार मौका ए वारदात से 8 किलोमीटर दूर धार कालना में काफी दिनों तक रहा. उसने अचानक लड़की को निशाना बनाया था और लड़की ने विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी.
इससे जुड़े कस्टोडियल डेथ के मामले में आईजी और एसपी समेत 9 पुलिस वाले भी गिरफ्तार हैं. पुलिस कस्टडी में एक आरोपी सूरज की हत्या हो गई थी.

यह रेप है या गैंगरेप, इसकी जांच चल रही है. आरोपी को आज रिमांड के बाद शिमला कोर्ट में पेश किया गया. उसे 7 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. सीबीआई के निदेशक ने कहा इस केस की पहले दिन से निगरानी कर रहे थे. वे जांच से संतुष्ट हैं. सीबीआई सीएफएसएल फोरेंसिक जांच से भी संतुष्ट है.

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