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एसोफैगल कैंसर का संकेत हो सकता है पेट में जलन और खट्टी डकारें, यूं करें बचाव

कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है जो हर साल लाखों लोगों की जान ले लेती हैं। कैंसर कई तरह के होते हैं, जिसमें से एक हैं एसोफैगल कैंसर। यह जितना खतरनाक है उतना ही लोंगों को इसके बारे में कम जानकारी है। ऐसे में आज हम आपको यही बताएंगे कि एसोफैगल कैंसर क्या है इसके लक्षण और बचाव के तरीके।
क्या है एसोफैगल कैंसर?
बता दें कि एसोफैगल कैंसर ऐसी बीमारी है जो एसोफैगस (खाने की नली) में होता है। इसे स्क्वामस सेल कार्सिनोमा भी कहते हैं। आप जो भोजन खाते हैं एसोफैगस उसे पेट में पाचन के लिए पहुंचाती है। यह आमतौर पर उन कोशिकाओं में शुरू होता है जो एसोफैगस के अंदर होती हैं। खाने की नली का कैंसर एसोफैगस में कहीं भी हो सकता है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों को खाने की नली का कैंसर ज्यादा होता है।
एसोफैगल कैंसर के लक्षण
पेट में जलन और खट्टी डकारों को अक्सर आप मामूली समझ लेते हैं लेकिन अगर ये प्रॉब्लम्स जल्द ठीक ना हो तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है। इसके अलावा एसोफैगल कैंसर के कुछ ओर लक्षण दिखाई देते हैं जैसे…
-खाना निगलने में परेशानी और दर्द होना
-सीने के बीच में, हड्डी के ठीक नीचे भोजन चिपकने की शिकायत रहना
-सीने में या कंधों की पसलियों के बीच दर्द होना ।
-दिल में जलन होना और लगातार खट्टी डकारें आना।
-वजन अचानक कम होना।
-आवाज खराब होना और लंबे समय तक खांसी की समस्या।
-खाना ना पचना और खून की उल्टियां होना।एसोफैगल कैंसर के कारण
ऐसा आहार जिसमें फलों, सब्जियों और कुछ विटामिन्घ्स व खनिजों की मात्रा कम हो, इस कैंसर का खतरा पैदा करते हैं। नाइट्रेट और अचार वाली सब्जियों के फंगल टॉक्सिन से भी यह कैंसर हो सकता है। साथ ही ज्यादा मात्रा में शराब, सिगरेट या तंबाकू खाने वालों को भी इस कैंसर की संभवाना ज्यादा रहती है। इसके अलावा लंबे समय तक एसिडिटी की समस्या के कारण भी यह कैंसर पनप सकता है।
किन लोगों को अधिक खतरा
शोध के मुताबिक, महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को इस कैंसर का खतरा 3 गुना ज्यादा होता है। इसके अलावा 50-70 साल की उम्र को लोगों में भी यह कैंसर ज्यादा देखने को मिलती है। हालांकि गलत लाइफस्टाइल के कारण आजकल यह समस्या दिखाई देने लगी है।
इलाज
इस कैंसर का इलाज सर्जरी द्वारा किया जाता है, जो इस बात पर निर्भर करती हैं कि कैंसर की कोशिकाएं फूड पाइप के कितने हिस्से तक फैली है। इसके अलावा कीमोथेरेपी से भी इस कैंसर का इलाज किया जाता है।
कैसे करें इस कैंसर से बचाव?
धूम्रपान छोड़ना
इस कैंसर से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप धूम्रपान, शराब और तंबाकू का सेवन बंद कर दें।
अधिक फल और सब्जियां खाएं
अपनी डाइट में आर्गेनिक फल व सब्जियों को शामिल करें और ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। साथ ही नट्स, दूध, मछली जैसी हेल्दी चीजों को भी अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।
वजन को कंट्रोल करें
अगर आप अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं तो उसे कम करें। बढ़ा हुआ वजन कैंसर के साथ-साथ कई बीमारियों का घर है।
हेल्दी लाइफस्टाइल
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। खाने में पर्याप्त मात्रा में फाइबर डाइट को शामिल करें। रोजाना योग, एक्सरसाइज आदि करें और अनहेल्दी फूड्स से दूर रहें।

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