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ऊर्जा और नगर विकास विभाग में कुल 9.75 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ : नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री, उप्र

सीएम के नेतृत्व में प्रदेश के विकास को मिली गति, केन्द्रीय योजनाओं को लागू करने में आई तेजी : केन्द्रीय मंत्री पुरी

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आखिरी दिन रविवार को प्रदेश के नगरों का बेहतर विकास, विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त बनाने, क्वालिटी आफ लाइफ, शिक्षा, स्वास्थ्य, शहरी ट्रांसपोर्ट, पानी की गुणवत्ता, सीवरेज ट्रीटमेंट, वेस्ट मैनेजमेंट, स्मार्ट सिटीज अर्बन हाउसिंग एंड प्लानिंग, शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर को विश्व स्तरीय बनाने तथा इन सब के साथ अगले 05 वर्षों में प्रदेश की 01 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी को बनाने के लिए प्रदेश के शहरों को नए उत्तर प्रदेश का ग्रोथ सेंटर बनाने तथा यह बताने के लिए कि नगरों के विकास से ही किसी क्षेत्र का आर्थिक विकास हो सकता है। इन सभी विषयों पर चर्चा करने के लिए आज उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के अंतिम दिन व्यास हाल में ‘रि-इमेजिनिंग सिटीज ऐज ग्रोथ सेंटर्स फ़ॉर न्यू उत्तर प्रदेश’ यानी ‘शहरी विकास से आर्थिक विकास’ विषय पर परिचर्चा के लिए सेशन आयोजित किया गया।
परिचर्चा में केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामलो, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी एवम् प्रदेश सरकार के नगर विकास एवम् ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने सहभागिता की।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि योगी जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश के विकास में और केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में तेजी आई। जून 2015 में जब केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की तब यहां की सरकार ने इस योजना को लागू करने में रुचि नहीं दिखाई। जून 2015 से 17 तक इस देश के सबसे बड़े राज्य में मात्र 17 हजार प्रधानमंत्री आवास बन पाए। वर्ष
2017 के बाद प्रदेश में आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद अगले 17 महीनों में 17 लाख आवास बने।आज उत्तरप्रदेश केंद्र की योजनाओ को लागू करने में देश में नम्बर एक पर है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन 2047 के लिए जिस रफ्तार से हम आगे बढ़ रहे हैं, भारत उससे पहले ही 2040 में विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा।
उन्होंने कहा कि हमारे शहर हमारी अर्थव्यवस्था के ट्रांसफॉर्मर हैं।शहरी विकास से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मेट्रो सर्विस को श्रद्धेय अटल ने शुरू किया था,आज हम मेट्रो सर्विस में विश्व के टॉप 05 में से एक हैं। साथ ही जो हमारे प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं उस आधार पर हम अगले कुछ महीनों में ही विश्व के टॉप 03 में होंगे।

उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की कार्यशैली से उत्तर प्रदेश बहुत तेजी से इकोनॉमी का ग्रोथ इंजन बन रहा है। इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन का क्रांतिकारी असर बहुत जल्द दुनिया देखेगी।

कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के नगर विकास एवम् ऊर्जा मंत्री शर्मा ने कहा कि मैंने केन्द्रीय मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी जी से बहुत कुछ सीखा है,अर्बन डेवलपमेंट को लेकर आपके काम अभूतपूर्व हैं। उन्होंने कहा कि 11 महीने पहले जब मैं मंत्री बना, मैंने महसूस किया कि शहरों में सफाई बड़ी समस्या है। मैंने शहर की सफाई का अभियान चलाया। सुबह 05 बजे से 08 बजे के बीच प्रत्येक शहर में रोजाना सफ़ाई की जाती थी। शहरों के कूड़े के ढेर को साफ़ करने के लिए अभियान चलाया गया, जिसमें 04 हजार से अधिक कूड़े के ढेर हटाए गए। कई लोगों ने मुझसे बताया कि उनके घर का पता कूड़े के ढेर से होता था। वर्षों से उनके घर के आस पास कूड़ा का ढेर बना था।
इसी प्रकार स्वच्छता अभियान की वजह से हाउसिंग स्कीम चलाने वाले लोगो को भी बहुत फायदा हुआ, जिनकी हाउसिंग स्कीम कूड़े के डंपिंग ज़ोन में बदल गई थी। इस स्वच्छता अभियान से उनके हाउसिंग स्कीम के लाभ में बदलाव आया।
शर्मा ने कहा की देश का 60% जीडीपी शहरों से आता है। एक तिहाई आबादी यहां रहती है,जिसके लिए बेहतर नगरीय व्यवस्था बहुत आवश्यक है। शहरों की क्वालिटी आफ लाइफ बढ़ाने के लिए शहरों को ग्लोबल सिटीज बनाने का भी अभियान चलाया जा रहा है। इसी का परिणाम रहा है कि जी -20 के डेलिगेशन द्वारा आगरा की साफ-सफाई और जीवन के अनुकूल पर्यावरण की तारीफ की गई है, जिससे आगरा शहर सहित उत्तर प्रदेश की वैश्विक छवि बढ़ी है। जी-20 सम्मेलन प्रदेश के लखनऊ, आगरा, वाराणसी और ग्रेटर नोएडा में आयोजित होना है। प्रदेश की योगी सरकार निवेशकों के लिए अच्छी सुविधाए प्रदान कर रही है,जिसकी वजह से ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में नवीन ऊर्जा का क्षेत्र सबसे ज़्यादा निवेश पाने वाला क्षेत्र बनकर उभरा है। सबसे ज्यादा निवेश इसी में आया।
मंत्री शर्मा ने बताया कि ऊर्जा और नगर विकास विभाग को मिलाकर उनके विभागों का कुल निवेश 9.75 लाख करोड़ रुपए से अधिक यानी कि लगभग दस लाख करोड़ रुपया पहुँचा है। जो कि यह इस समिट में अभी तक कुल हुए निवेश 35.50 लाख करोड़ रुपए का लगभग एक तिहाई है। उन्होनें ने इसके लिए सभी निवेशकों का धन्यवाद किया।साथ ही सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए इन निवेश प्रस्तावों को तुरंत धरातल पर उतारने के लिए आगे कार्य करने को कहा।
इस परिचर्चा में केन्द्र सरकार के प्रमुख सचिव आवास नितिन रमेश गोकर्ण,प्रदेश सरकार में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने भी अपने विचार रखे। इसके साथ डेलीगेट्स की ओर से देबाशीष बिस्वास, अर्बन डेवलपमेंट वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट की ओर से रेजीत मैथ्यूज,सीबीआरई इंडिया की ओर से प्रीतम मेहरा,रेसिडेंशियल भारतीय सिटी के अश्विन्दर सिंह,राजको मेटल इंडस्ट्रीज के गुरमीत सिंह अरोरा व विनय कुमार सिंह एमडी एनसीआरटीसी ने भी अपने अनुभव साझा किया।

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