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मोदी ने स्वीडन के साथ प्रौद्योगिकी, अनुसंधान क्षेत्रों में संबंधों को प्रगाढ़ करने पर जोर दिया

अशाेक यादव, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र, मानवाधिकार, कानून का राज, समानता, स्वतंत्रता और न्याय को भारत और स्वीडन के बीच संबंधों की मजबूती का आधार बताते हुए शुक्रवार को कहा कि दोनों देश स्मार्ट सिटी, स्मार्ट ग्रिड, ई-मोबिलिटी और अपशिष्ट प्रबंधन समेत कई अन्य क्षेत्रों में अपने संबंधों को और प्रगाढ़ कर सकते हैं।

स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ डिजिटल तरीके से आयोजित शिखर सम्मेलन में मोदी ने कहा कि भारत पेरिस समझौते के लक्ष्यों को ना सिर्फ हासिल करेगा बल्कि उससे अधिक हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी दोनों देश साझेदारी को बढ़ा सकते है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ”लोकतंत्र, मानवाधिकार, कानून का शासन, समानता, स्वतंत्रता और न्याय जैसे साझा मूल्य भारत और स्वीडन के बीच संबंधों और आपसी सहयोग को मजबूत करते हैं और हम नवोन्मेष, प्रौद्योगिकी, निवेश, स्टार्ट-अप, अनुसंधान में दोनों देशों के रिश्तों को और आगे बढ़ा सकते हैं।

स्मार्ट सिटी, जल शोधन, अपशिष्ट प्रबंधन, ‘सर्कुलर इकोनॉमी’, स्मार्ट ग्रिड, ई-मोबिलिटी,डिजिटल कायाकल्प समेत कई क्षेत्रों में हमारे संबंध और प्रगाढ़ हो सकते हैं। ज्ञात हो कि भारत और स्‍वीडन के बीच व्‍यापार, निवेश, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में घनिष्‍ठ सहयोग संबंध हैं।

स्‍वीडन की करीब 250 कंपनियां विभिन्‍न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। इनमें स्‍वास्‍थ्‍य और जीवन विज्ञान, स्‍वच्‍छ प्रौद्योगिकी, रक्षा, भारी मशीनरी और उपकरण जैसे क्षेत्र शामिल हैं। स्‍वीडन में भी करीब 75 भारतीय कंपनियां सक्रिय हैं। वार्ता के दौरान मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का महत्वपूर्ण मुद्दा दोनों देशों की प्राथमिकता में शामिल है और दोनों देश इस पर मिलकर काम कर सकते हैं।

भारत की संस्कृति ने हमेशा प्रकृति के साथ सामंजस्य बैठाने के महत्व पर जोर दिया है। हम पेरिस समझौते के तहत की गई अपनी प्रतिबद्धताओं पर आगे बढ़ रहे हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, ”हम न केवल इन लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे, बल्कि उनसे अधिक भी प्राप्त करेंगे।

भारत ने जी 20 देशों के बीच, अपने लक्ष्यों पर अच्छी प्रगति की है। पिछले पांच वर्षों में, हमारी अक्षय ऊर्जा क्षमता में 162 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।” मोदी ने पिछले दिनों स्वीडन में हुए हिंसक हमलों की निंदा की और सभी भारतीय नागरिकों की ओर से वहां के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की।

उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की। मोदी ने कहा कि कोविड-19 के समय सभी को क्षेत्रीय व वैश्विक स्तर पर सहयोग के महत्व का अंदाजा लगा। उन्होंने कहा कि भारत ने महामारी के दौरान 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां और अन्य जरूरी सामान मुहैया कराया। उन्होंने कहा, ”हमने लगभग 50 देशों को भारत में निर्मित कोविड-19 टीके की आपूर्ति की और आगामी दिनों में कई और देशों को टीके की खेप भेजी जाएगी।”

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