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मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह ने भरा पर्चा, साथ में दिखे अखिलेश और राम गोपाल यादव

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया. मुलायम सिंह यादव इस बार मैनपुरी सीट से चुनावी मैदान में हैं. इस दौरान मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव और भाई राम गोपाल यादव उनके साथ मौजूद थे. इनके अलावा सांसद धर्मेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम भी साथ में थे. लेकिन लोगों की नजरें मुलायम सिंह यादव के सगे छोटे भाई शिवपाल यादव को ढूंढ़ रही थीं, लेकिन वह उनके साथ नहीं दिखे. बता दें, खबरें आती रहती हैं कि मुलायम सिंह यादव अपने बेटे अखिलेश से कभी कभार नाराज होते रहते हैं लेकिन आज नामांकन भरने की प्रक्रिया को पूरा करने के दौरान अखिलेश उनके साथ ही रहे.

मुलायम सिंह यादव मैनपुरी सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं. साल 2014 में उन्होंने मैनपुरी के साथ ही आजमगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था. मुलायम ने दोनों ही सीटों से जीत हासिल कर ली थी, बाद में उन्होंने मैनपुरी सीट छोड़ दी. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हुए, जिसमें समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव जीतने में कामयाब रहे. मैनपुरी सीट से मुलायम 1996, 2004 और 2009 से चुनाव जीत चुके हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के लिये काफी सुरक्षित सीट है. इस सीट पर पिछली बार मुलायम साढ़े तीन लाख से अधिक वोटो से जीते थे. समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन ने इस बार मैनपुरी से मुलायम सिंह यादव को टिकट दी है. वहीं इस बार आजमगढ़ की सीट से अखिलेश यादव खुद चुनाव लड़ने जा रहे हैं.

गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव से नाराज होकर समाजवादी पार्टी से अलग प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपा) बना ली थी. शिवपाल की पार्टी भी इस बार लोकसभा चुनाव लड़ रही है. प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव लोकसभा चुनाव में फिरोजाबाद सीट पर अपने भतीजे अक्षय यादव को चुनौती देंगे. शिवपाल फिरोजाबाद से उम्मीदवार होंगे और अपने भतीजे मौजूदा सांसद अक्षय यादव को चुनौती देंगे. समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय इस बार भी सपा के टिकट पर फिरोजाबाद से चुनाव लड़ेंगे.साल 2016 में यादव परिवार में पड़ी फूट के दौरान रामगोपाल ने शिवपाल के प्रतिद्वंद्वी मौजूदा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का साथ दिया था. इटावा की जसवंत नगर सीट से सपा के मौजूदा विधायक शिवपाल का फिरोजाबाद तथा आसपास के इलाकों में जनाधार बताया जाता है. मालूम हो कि शिवपाल ने सपा में अपनी ‘उपेक्षा’ से नाराज होकर पिछले साल प्रसपा का गठन किया था. इसे सपा के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश के तौर पर देखा गया था. खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश ने प्रसपा को भाजपा की ‘बी टीम’ करार दिया था.

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