नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि कश्मीर में किसी भी ‘विपदा’ के लिए पहले ही उन्होंने अगाह किया था. लेकिन ऐसा लग रहा है कि सरकार ने इस पर आगे बढ़ चुकी है. कश्मीर में नेताओं की नजरबंदी से साफ जाहिर हो रहा है कि सरकार वहां सभी लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ रही है ताकि उसने जो सोच लिया है उसे पूरा कर सके. मैं नेताओं की नजरबंदी का विरोध करता हूं. आज दिन खत्म होने तक हमें पता चल गया है कि जम्मू-कश्मीर में बड़ी समस्या को लेकर पता चल जाएगा. गौरतलब है कि जम्मू कश्मी में जारी असमंजस की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया गया है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के अलावा सज्जाद लोन को भी नजरबंद किया गया है. इसके अलावा श्रीनगर जिले में धारा 144 भी लगा दी गई है और स्कूल, कॉलेजों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि यह कदम ऐसे समय में आया है जब राज्य में सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की जा रही है और तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को तुरंत कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है. दूसरी ओर कांग्रेस नेता शशि थरूर उमर अब्दुल्ला के समर्थन में आए और कहा कि आप अकेले नहीं हैं. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, ‘आप अकेले नहीं हैं उमर अब्दुल्ला. हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है क्योंकि आप उसका सामना करेंगे जो भी देश के लिए सरकार के मन में है. संसद का सत्र अब भी चल रहा है और हमारी आवाज भी शांत नहीं होगी.