ब्रिस्टल: आईसीसी महिला वर्ल्डकप में आज मिताली राज की भारतीय क्रिकेट टीम का सामना मौजूदा विजेता और खिताब की दावेदार मानी जा रही ऑस्ट्रेलियाई टीम से हो रहा है. हालांकि, दोनों ही टीमों को अपने पिछले मैच में हार का सामना करना पड़ा है. जहां भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका से हार मिली थी, वहीं इंग्लैंड ने अप्रत्याशित प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को पराजित कर दिया था. इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तान मेग लेनिंग ने टॉस जीता और भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया. 29 ओवर में बाद भारतीय टीम का स्कोर एक विकेट खोकर 94 रन है. पूनम राउत 54 और कप्तान मिताली राज 35 रन बनाकर क्रीज पर हैं. स्मृति मंधाना (3) आउट होने वाली बल्लेबाज हैं, उन्हें ए. गार्डनर ने एलिसा हिली से कैच कराया. मैच में 34 रन बनाने के साथ ही भारत की कप्तान मिताली महिला वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज बन गई हैं. उन्होंने चार्लोट एडवर्ड्स के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा.
इस मैच में भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज पर सबकी निगाहें विशेष रूप से केंद्रित होंगी. मिताली 34 रन बनाने के साथ वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे अधिक रन बनाने का वर्ल्डरिकॉर्ड अपने नाम कर सकती हैं. पिछली पारी में वह अपने करियर में पहली बार शून्य पर आउट हो गई थीं. भारत टूर्नामेंट में अब तक पांच में से तीन मुकाबलों में टॉस जीतने में सफल रहा है. भारत के पिछले साल के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर स्मृति मंधाना और मिताली राज ने दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी करते हुए 150 रन जोड़े थे. भारतीय बल्लेबाजी में गहराई है और नौवें क्रम तक उसके पास बल्लेबाजी करने वाली खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें स्ट्राइक को रोटेट करते रहना होगा. यह काम इतना आसान नहीं है, क्योंकि ब्रिस्टल में पहली बार खेलते हुए उसका पाला एक खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण से पड़ रहा है. रविवार को ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड के खिलाफ बेहद रोमांचक मैच में तीन रन से हार का सामना करना पड़ा. यह ऑस्ट्रेलिया के लिए किसी सदमे से कम नहीं है, क्योंकि उसे इंग्लैंड के हाथों विश्व कप में 24 साल के बाद पराजय झेलनी पड़ी.
कप्तान मेग लैनिंग ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की अगुवाई करेंगी. यह अनुभवी खिलाड़ी वर्ल्डकप में खेले 21 मुकाबलों में 72 रन प्रति पारी की औसत से 1,232 रन बना चुकी हैं. जाहिर है कि बुधवार को गेंदबाजी पर सबकी निगाहें रहेंगी. एकता बिष्ट और दीप्ति शर्मा को लगातार अपनी गेंदबाजी में पैनापन लाना होगा. वहीं विकेट के पीछे सुषमा वर्मा की भूमिका भी अहम होगी. इस समय भारतीय टीम पूल में तीसरे स्थान पर है. ऑस्ट्रेलिया के बाद उसे अपने अंतिम राउंड रॉबिन लीग मैच में न्यूजीलैंड से खेलना है। उम्मीद की जानी चाहिए कि भारत अच्छे औसत के साथ अच्छी जीत दर्ज कर सके. इस समय मिताली और झूलन अपने करियर के अंतिम चरण में हैं. टीम वर्ल्डकप की शानदार जीत के बाद इन दोनों दिग्गजों की विदाई को यादगार बनाना चाहेगी. ऑस्ट्रेलिया के साथ यह मुकाबला भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य को अगले दशक तक प्रभावित कर सकता है.