
अशोक यादव, लखनऊ। दिल्ली का निजामुद्दीन मरकज बीते कुछ दिनों से सुर्खियों में है। इसका एकमात्र कारण है तबलीगी जमात से जुड़े लोगों का सैकड़ों की तादात में कोरोना पॉजिटिव होना।
कल भी दिल्ली में COVID-19 संक्रमण के कुल 93 मामले सामने आए थे, इनमें सभी के सभी तबलीगी जमात से जुड़े लोग था।
इस मामले में केंद्रीय शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने इसे फिदायनी हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात ने घातक जानलेवा वायरस फैलाकर भारत पर ‘फिदायीन’ हमले की योजना बनाई थी।
रिजवी ने एक बयान में कहा कि जमातियों ने वायरस फैलाकर एक लाख से अधिक लोगों को मारने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा कि यह योजना मोदी सरकार को परेशान करने के लिए बनाई गई थी और वास्तव में प्रधानमंत्री के खिलाफ एक साजिश थी।
रिजवी ने आगे कहा कि जमाती अब मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं और उन पर हमला कर रहे हैं, ताकि मेडिकल बिरादरी को बदनाम किया जा सके और वे कोरोना के मरीजों का इलाज करना बंद कर दें।
उन्होंने आगे कहा कि यह राष्ट्र के खिलाफ एक साजिश थी और आरोपियों को इसके लिए कड़ी सजा सुनिश्चित की जानी चाहिए।
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