
अशाेक यादव, लखनऊ। बिहार चुनाव के लिए गुरुवार को जारी भाजपा के घोषणा पत्र में कोरोना की मुफ्त वैक्सीन के वादे पर बिहार के चुनावी महासमर नया घमासान छिड़ गया है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां जहां मौत का भय दिखाने का आरोप लगाकर इसकी आलोचना कर रही हैं वहीं यह मामला अब चुनाव आयोग की दहलीज पर भी पहुंच गया है। सामाजिक कार्यकर्ता साकेत गोखले ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है।
गुरुवार को पटना में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाजपा का संकल्प पत्र जारी किया। इसमें शामिल 11 संकल्पों में पहला संकल्प मुफ्त कोरोना वैक्सीन लगाने का है। बिहार में सरकार बनने पर जैसे ही भारत में आईसीएमआर द्वारा कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी दी जाएगी, बिहार के सभी लोगों को मुफ्त टीकाकरण की सुविधा दी जाएगी।
एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करते हुए कहा कि भाजपा का नि:शुक्ल टीके लगवाने का दावा चुनाव के दौरान केंद्र सरकार की शक्तियों का दुरुपयोग है। गोखले ने शिकायत में कहा कि यह किसी पार्टी नेता नहीं बल्कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई घोषणा है।
अभी तक केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन देने के पैमाने के बारे में कोई अधिकारिक नीति घोषित नहीं की है। कोरोना के कारण देश के हर राज्य को नुकसान हुआ है और बिहार की तरह ही सभी राज्यों के लोग इससे प्रभावित हैं। चुनाव आयोग को इस बारे में तुरंत कार्यवाही करने की मांग की गई है।
Suryoday Bharat Suryoday Bharat