
लखनऊ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि संकटग्रस्त येस बैंक के लिए भारतीय स्टेट बैंक की योजना “बेतुकी” है।
चिदंबरम ने कहा, “जिस बैंक का कुल मूल्य शून्य है, उसे 10 रुपये प्रति शेयर के भाव पर खरीदने की भारतीय स्टेट बैंक की योजना विचित्र है। मुझे नहीं लगता है कि एसबीआई स्वेच्छा से येस बैंक को बचाने के अभियान में आया है।”
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने पूंजी संकट से जूझ रहे येस बैंक पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं और बैंक के निदेशक मंडल को भंग करके उसके स्थान पर प्रशासक नियुक्त किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने येस बैंक के लिए पुनर्गठन योजना का उल्लेख करते हुए शुक्रवार को विपक्षी पार्टी कांग्रेस की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इस संकट की बुनियाद कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पड़ी थी।
सीतारमण ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के कार्यकाल में ‘स्व-नियुक्त सक्षम डॉक्टरों’ ने तीन बैंकों का संकट हल करने के बजाय उनकी समस्याएं और बढ़ा दी थीं।
उन्होंने कहा कि उस समय स्व-नियुक्त सक्षम डॉक्टर सत्ता में थे जिन्होंने लगभग डूब चुके यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक का 2006 में जबरन आईडीबीआई में विलय कर दिया था।
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