लाहौर: पाकिस्तान के लाहौर में सर्वाधिक पुरानी सूफी दरगाह के बाहर हुए आत्मघाती धमाके में एक और पुलिस अधिकारी के दम तोड़ने के बाद मरने वालों की संख्या 11 हो गई है। 11वीं सदी की दाता दरबार दरगाह के बाहर बुधवार को पंजाब पुलिस की एलीट फोर्स के वाहन के सामने 15 वर्षीय आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा दिया था, जिसमें पुलिसकर्मी सद्दाम हुसैन जख्मी हो गए थे। हुसैन की मौत के बाद हमले में मारे गए पुलिस अधिकारियों की कुल संख्या छह हो गई है।
हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान से अलग हुए संगठन हिजबुल अहरार ने ली है। घटना में जख्मी हुए 26 लोगों का उपचार किया जा रहा है जिनमें से दो की हालत नाजुक बनी हुई है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, मारे गए पुलिस अधिकारियों में से दो को उनके शहरों सरगोधा और गुजरांवाला में सुपुर्दे खाक कर दिया गया। वर्ष 2010 में भी दाता दरबार में आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 40 लोगों की जान चली गई थी।जिसमें पुलिसकर्मी सद्दाम हुसैन जख्मी हो गए थे। हुसैन की मौत के बाद हमले में मारे गए पुलिस अधिकारियों की कुल संख्या छह हो गई है। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी तालिबान से अलग हुए संगठन हिजबुल अहरार ने ली है। घटना में जख्मी हुए 26 लोगों का उपचार किया जा रहा है।
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