पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार में गिरती व्यवस्था के लिए नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि बीते 10-12 सालों में बिहार के शिक्षा स्तर में भारी गिरावट आई है और इसके लिए सीएम नीतीश कुमार कसूरवार हैं।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि शिक्षा की बिहार में जो आज हालात हैं उसकी वजह सीएम नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार बस आंकड़ा लेकर बैठ गए हैं कि पिछली सरकार की अपेक्षा इनके कार्यकाल में दाखिलों में इजाफा हुआ है। लेकिन वो छात्रों के रिजल्ट पर कुछ नहीं बोलतें हैं। सीएम शिक्षा व्यवस्था की बदहाली के लिए शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराते हैं और अब गाज 50 की उम्र से ज्यादा के टीचर्स पर गिराना चाहते हैं।
तेजस्वी यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि नीतीश जी आप भी तो 65 के पार हैं आपसे राज्य नहीं संभल रहा है तो आप भी संन्यास ले लीजिए। कम से कम बिहार की शिक्षा व्यवस्था का तो सुधार होगा। बिहार की जनता को आप जैसे अवसरवादी मुख्यमंत्री के हाथों जनादेश का अपमान नहीं सहना पड़ेगा।
इसके साथ ही तेजस्वी ने सीएम नीतीश से सवाल पूछा कि क्या ये बताएंगे कि इन्होंने अपने 12 साल के कार्यकाल में नियमित शिक्षकों की बहाली क्यों नहीं की? पुलिस सिपाही के लिए बिहार में लिखित परीक्षा ली गयी, लेकिन विधार्थियों का भविष्य गढ़ने वाले शिक्षकों के लिए नीतीश जी ने लिखित परीक्षा नहीं ली। आज जब पूरे देश में इनकी शिक्षा नीति की थू-थू हो रही है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने मांग की कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए। अगर सरकार नहीं चेतती है तो शिक्षा और शिक्षकों की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे
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