देहरादून : उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कुपोषण मुक्ति अभियान के तहत गोद ली गई बच्ची योगिता के घर आज सुबह पहुंचे। मुख्यमंत्री ने योगिता के माता पिता से उसके पोषण, खानपान और दिनचर्या की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि योगिता सहित सभी कुपोषित बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने के लिए हरसंभव सहयोग किया जाएगा। कुपोषण को जड़ से खत्म करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। कुपोषण मुक्ति अभियान और पोषण माह सितंबर के तहत सीएम ने अति कुपोषित बालिका योगिता को गोद लिया है। स्पीकर, विभागीय मंत्री, विधायक, मेयर के साथ ही शासन के अफसरों ने भी अति कुपोषित बच्चों को गोद लिया।
कुपोषण के खिलाफ अभियान की शुरुआत करते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को बड़ा एलान किया था। उन्होंने कहा कि सरकार कक्षा नौ से 12 तक की बालिकाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट कराएगी, ताकि उनमें एनीमिया की असल स्थिति का पता चल पाए। सीएम ने 2022 तक प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को पक्के भवन उपलब्ध करा देने का संकल्प भी दोहराया था। हमें समाज की शक्ति को पहचानना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी समस्या दूर की जा सकती है अगर सही तरीके से नियोजन किया जाए और समाज को इसमें जोड़ा कर उसे पर्सनल टच दिया जाए।
कुपोषण मुक्ति अभियान के तहत गोद ली गई बच्ची के घर पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत
Loading...
Suryoday Bharat Suryoday Bharat