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उत्तर रेलवे महाप्रबंधक चौधुरी ने ‘छठ पर्व’ की व्यवस्था देखने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया

सूर्योदय भारत समाचार सेवा : उत्तर रेलवे त्योहारों के दौरान, पर्व विशेष रेलगाड़ियां चलाकर यात्रियों के साथ त्यौहार की खुशियां बांट रहा है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने बुधवार “छठ” की व्यवस्था देखने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया । इस अवसर पर निरीक्षण के दौरान, दिल्ली मंडल के मण्‍डल रेल प्रबंधक सुखविंदर सिंह और उत्तर रेलवे के अन्‍य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे । महाप्रबंधक चौधुरी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और यात्रियों से बातचीत भी की।

महाप्रबंधक चौधुरी, उत्‍तर रेलवे को भीड़भाड़ प्रबंधन की विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई। अब तक 102 जोड़ी + 07 विशेष रेलगाड़ियों के 880 फेरे अधिसूचित किए गए हैं। इनमें 809 फेरे पूर्व दिशा की ओर जाने वाली और शेष 71 फेरे उत्तर/अन्य दिशाओं की ओर जाने वाली गाड़ियों के लिए अधिसूचित हैं । इससे लगभग 17.5 लाख अतिरिक्त सीटों की व्‍यवस्‍था हुई है। प्रत्येक श्रेणी के यात्रियों को ध्‍यान में रखकर उत्तर रेलवे ने हर प्रकार की श्रेणी के अतिरिक्‍त डिब्‍बे लगाए हैं ! 70 रेलगाड़ियों (68 रेक) में 117 कोच जोड़े गए हैं। इस प्रकार 5.17 लाख से अधिक अतिरिक्‍त शायिकाएं उपलब्‍ध हुई हैं ! कुल अतिरिक्त बर्थ/सीटें लगभग 22.5 लाख हैं। चौधुरी ने आवश्यकता पड़ने पर यात्रियों को हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिए । स्टेशनों पर भीड़भाड़ प्रबंधन हेतु निम्‍न व्यवस्थाएं की गई हैं :-

मिनी कंट्रोल रूम

· नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर परिचालन, वाणिज्‍य, यांत्रिक, इंजीनियरिंग, बिजली, रेल सुरक्षा बल और रेलवे डॉक्टर के नामित कर्मचारियों के साथ मिनी कंट्रोल रूम बनाया गया

· इस सुसज्जित मिनी-कंट्रोल रूम में टेलीफोन, ट्रेन सूचना, पैनल रूम कनेक्टिविटी, प्लेटफार्मों और सर्कुलेटिंग एरिया इत्‍यादि के सीसीटीवी फीड आदि जैसी सुविधाएं हैं।

· समग्र पर्यवेक्षण और समन्वय के लिए व्यस्ततम समय के दौरान, नई दिल्ली स्टेशन पर अधिकारियों को विशेष कर्तव्य अधिकारी (एसडीओ) के रूप में नियुक्त किया गया है ।

अतिरिक्त यात्री प्रतीक्षा क्षेत्र और सुविधाएं

· अजमेरी गेट सर्कुलेटिंग एरिया में टेंटों की व्यवस्था

· टेंटों के सामने 20 मोबाइल शौचालय, अतिरिक्त पानी के नल, 7 आरक्षण काउंटर, रेलगाड़ियों की सूचना और जन उदघोषणा प्रणाली के लिए 01 बड़े आकार की एलसीडी स्क्रीन, समाचार एवं सांस्कृतिक गीतों के लिए छोटे आकार की 2 एलसीडी स्क्रीनें, भोजन और नाश्ते के स्टॉल

· 1 आरपीएफ हेल्प डेस्क काउंटर

चिकित्सा सुविधाएं

· 06.00 बजे से 24.00 बजे तक एक डॉक्टर की तैनाती

· स्टेशनों पर पैरा-मेडिकल स्टाफ, पर्याप्त स्ट्रेचर और व्हील चेयर के साथ प्राथमिक चिकित्सा पोस्ट का प्रावधान
· एम्बुलेंस की उपलब्धता

अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती

· भीड़भाड़ नियंत्रण और यात्रियों की मदद के लिए अतिरिक्त वाणिज्यिक कर्मचारी, आरपीएफ और आरपीएसएफ, जीआरपी कर्मचारी, नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक और स्काउट एंड गाइड को तैनात किया जा रहा है।

अन्य उपाय

· प्‍लेटफॉर्म 16 से पूर्व की ओर जाने वाली ट्रेनों को चलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

· एक बार तय हो जाने के बाद प्‍लेटफॉर्म बर्थिंग नहीं बदली जाएगी।

· विशेष ट्रेनों सहित सभी रैकों को निर्धारित प्रस्थान से कम से कम 30 मिनट पहले प्लेटफार्मों पर रखा जाएगा।

· सुचारू रूप से काम करने वाली रेलगाड़ी पूछताछ और उदघोषणा प्रणाली ।

· सभी ट्रेन सूचना बोर्ड चालू हालत में होंगे और अद्यतन जानकारी दिखाएंगे।

· एस्केलेटरों पर कर्मचारियों की तैनाती ।

· उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल, दिल्ली के मंडलीय अस्पतालों और रेलवे स्टेशन के पास रेलवे डिस्पेंसरियों को रेलवे स्टेशन पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।

गौरतलब है कि भारतीय रेल ने रेलवे नेटवर्क पर जनरल और स्लीपर क्लास यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी है। अप्रैल से अक्टूबर-2023 की अवधि के दौरान गैर-वातानुकूलित डिब्‍बों में निम्‍नानुसार रेल यात्रियों का आवागमन सुनिश्‍चित किया गया :- कुल 95.3% यात्रियों को ले जाया गया। वातानुकूलित डिब्‍बों में कुल यात्रियों का 4.7% लाया-ले जाया गया।
नॉन एसी कोच (सामान्य और स्लीपर क्लास) में यात्रियों की संख्या : 372 करोड़। पिछले साल यह संख्‍या 334 करोड़ थी । इस प्रकार 38 करोड़ अतिरिक्त यात्रियों ने नॉन-एसी कोचों में यात्रा की। एसी कोचों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 18.2 करोड़ है। इस प्रकार, पिछले वर्ष की तुलना में 3.1 करोड़ अतिरिक्त यात्रियों ने एसी कोचों में यात्रा की। कुल यात्रियों की संख्या में वृद्धि: 41.1 करोड़। इसमें नॉन एसी यात्रियों की संख्या में 92.5% की वृद्धि हुई। प्री-कोविड अवधि के दौरान, 10,186 ट्रेनें भारतीय रेल के नेटवर्क पर चल रही थीं (मेल/एक्सप्रेस :- 1768, उप-नगरीय-5626, पैसेंजर-2792) जबकि 10748 ट्रेनें वर्तमान में भारतीय रेल के नेटवर्क पर चल रही हैं (मेल/एक्स्प्रेस.-2122, उपनगरीय-5774, पैसेंजर-2852)

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