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मास्टरकार्ड और बिजोम ने सीपीजी उद्योग के माइक्रो रिटेलर्स के लिए एक समग्र डिजिटल सप्लाई चेन फाइनेंसिंग समाधान का विस्तार करने के लिए हाथ मिलाया

सूर्योदय भारत समाचार सेवा : मास्टरकार्ड और बिजोम ने आज कंज्यूमर पैकेज्ड गुड्स (सीपीजी) उद्योग के 75 लाख से अधिक माइक्रो रिटेलर्स, यानी खुदरा विक्रेताओं और 2 लाख डिस्ट्रीब्यूटर्स के लिए एक समग्र डिजिटल सप्लाई चेन फाइनेंसिंग समाधान का विस्तार करने के लिए आपस में सहयोग करने की घोषणा की। भारत में माइक्रो रिटेलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स को सप्लाई चेन व्यवधान, इन्वेंट्री मैनेजमेंट, भुगतान संबंधी मुद्दे, सीमित तकनीकी कौशल और पूंजी तक पहुंच की कमी सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जो उनके व्यवसाय संचालन और विकास संभावनाओं को प्रभावित करता है।
हालिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत में 6.40 करोड़ से अधिक एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) में से केवल 14 प्रतिशत के पास औपचारिक ऋण तक पहुंच है। मास्टरकार्ड और बिजोम के बीच साझेदारी का उद्देश्य इस अंतर को दूर करना और रिटेलर्स को अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद करना होगा।
बिजोम अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ सॉफ्टवेयर एज ए सर्विस (SaaS) पेशकशों के साथ रूट-टू-मार्केट संचालन को स्वचालित करने के लिए सीपीजी उद्योग में सक्रिय 75 लाख से अधिक माइक्रो रिटेलर्स और 2 लाख डिस्ट्रीब्यूटर्स के अपने विशाल नेटवर्क के साथ काम करेगा। मास्टरकार्ड माइक्रो रिटेलर्स के लिए डिजिटल भुगतान अपनाने को सरल बनाएगा और उन्हें ऋण तक आसान पहुंच के लिए ऋण प्रदान करने वाले भागीदारों से जोड़ेगा। मास्टरकार्ड भुगतान में अपनी विशेषज्ञता भी लाएगा और बिजोम नेटवर्क पर माइक्रो रिटेलर्स को वर्चुअल कार्ड एप्लिकेशन प्रदान करेगा, जो बाधा रहित भुगतान और आसान मिलान की सुविधा प्रदान करेगा।
मास्टरकार्ड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, साउथ एशिया विकास वर्मा ने कहा, “रिटेल सेक्टर के तेजी से विकास ने परिचालन दक्षता और व्यवसाय वृद्धि जैसे लाभ प्राप्त करने के लिए छोटे व्यवसायों द्वारा डिजिटल तकनीक को अपनाने की आवश्यकता पैदा कर दी है। मास्टरकार्ड और बिजोम के बीच इस सहयोग से माइक्रो रिटेलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स अपनी डिजिटलीकरण की यात्रा शुरू करेंगे, जिससे उन्हें ऑनलाइन होने, भुगतान प्राप्त करने और पूंजी तक पहुंच प्राप्त करने में मदद मिलेगी।”
उन्होंने आगे कहा, “मौजूदा क्रेडिट गैप को कोई भी संगठन अकेले हल नहीं कर सकता। इसलिए यह जरूरी है कि हम इस अंतर को पाटने के लिए इकोसिस्टम पार्टनरशिप करें। इस साझेदारी के माध्यम से मास्टरकार्ड छोटे व्यवसायों का समर्थन करने के लिए इंडस्ट्री इकोसिस्टम में मांग और आपूर्ति, दोनों पक्षों के विभिन्न हितधारकों को एक आम मंच पर लाने की योजना बना रहा है।”

साझेदारी पर अपनी आशावादी सोच को साझा करते हुए बिजोम के सीईओ ललित भिसे ने कहा, “हम बिजोम के नेटवर्क में माइक्रो रिटेलर्स, यानी खुदरा विक्रेताओं, डिस्ट्रीब्यूटर्स, थोक विक्रेताओं और छोटे निर्माताओं जैसे लाखों एमएसएमई व्यवसायों के लिए औपचारिक डिजिटल वित्तीय उत्पादों तक पहुंच प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए उत्साहित हैं। मास्टरकार्ड के साथ इस साझेदारी के माध्यम से बिजोम की डिजिटल ट्रेड क्रेडिट सेवा इन छोटे उद्यमियों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जिससे उन्हें तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।”
मास्टरकार्ड ने 2025 तक 2.50 करोड़ महिला उद्यमियों सहित कुल एक अरब लोगों और 5 करोड़ सूक्ष्म और लघु व्यवसायों को डिजिटल अर्थव्यवस्था में लाने की वैश्विक प्रतिबद्धता की घोषणा की है। स्वीकृति बढ़ाने के लिए मास्टरकार्ड देश भर में भागीदारों और व्यापारियों के साथ लगातार काम करता है और अभी तक मास्टरकार्ड भारत में 1.30 करोड़ से अधिक व्यापारिक स्थानों पर स्वीकार्यता बढ़ाने में सक्षम रहा है।

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