अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उस अनुरोध को ठुकरा दिया है, जिसके तहत भारतीय बोर्ड ने पैतृक संस्था से पूर्व कप्तान को वर्ल्ड कप के आगे के मैचों में ‘प्रतीक चिह्न’ वाले विकेटकीपिंग ग्लव्स आगे के मैचों में पहनने के लिए किया था. बोर्ड ने उपजे विवाद के बाद यह अनुरोध किया था कि धोनी के लिए स्पेशल ग्लव्स जारी रखे जाएं. लेकिन अब आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ जून को खेले जाने वाले मैच से पहले यह साफ कर दिया है कि धोनी को ये दस्ताने उतारने ही होंगे.
आईसीसी ने बयान जारी करते हुए कि उसके अपने टूर्नामेंटों में नियम किसी व्यक्ति विशेष तो कोई खास संदेश देने या कपड़ों और उपकरणों पर कोई लोगो लगाने की इजाजत नहीं देते. साथ ही, आईसीसी ने यह भी कहा कि साथ ही धोनी का प्रतीक चिह्न विकेटकीपिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले दस्तानों से जुड़े नियमों का उल्लंघन भी करता है. निश्चित ही, आईसीसी के इस फैसले के बाद करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को बहुत ही ज्यादा निराशा हुई होगी, जिन्होंने इस कदम के लिए सोेशल मीडिया पर धोनी की जमकर सराहना की थी. मामले के तूल पकड़ने के बाद न केवल कांग्रेस पार्टी बल्कि केंद्रीय मंत्री वीके सिंह सहित तमाम बॉलीवुड सेलीब्रिटियों ने धोनी के ये ग्लव्स पहने का अनुरोध किया था. मामले की गूंज पाकिस्तान तक भी पहुंची, जब उनके मंत्री फवाद हुसैन ने धोनी के खिलाफ तीखी टिप्पणी की, जिस पर भारतीयों ने उन्हें जमकर खरी-खोटी भी सुनाई.
बहरहाल, बोर्ड के आईसीसी को दिए तमाम तर्क अब नाकाम हो गए हैं और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले में धोनी को दूसरे दस्ताने पहनकर ही विकेट के पीछे की जिम्मेदारी संभालनी होगी. बता दें कि धोनी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ये खास दस्ताने पहने थे. इस पर भारतीय प्रशंसकों ने धोनी की सोशल मीडिया पर जमकर प्रशंसा की थी, लेकिन ये ग्लव्स आईसीसी की निगाह में चुभ गए थे. और उसने बीसीसीआई से धोनी को आगे ये ग्लव्स न पहनने का अनुरोध करने के लिए कहा था.