
अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। कार्यक्रम में आस-पास के जिलों से हजारों लोगों भीड़ शामिल हुई। लोगों ने बताया कि उन्हें जनप्रतिनिधियों ने रोडवेज बस की माध्यम से यहां पर पहुंचाया है। कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर दोपहर करीब 1 बजकर 16 मिनट पर लैंड हुआ। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
मगर हैरत की बात यह थी कि इस बार उन्होंने किसी भी विपक्षी पार्टी को नाम से संबोधित नहीं किया। प्रधानमंत्री ने इस बार भी लोगों से योगी सरकार लाने की अपील की। साथ ही उनकी सरकार में हुए कार्यों को भी उन्होंने लोगों को गिनवाया। प्रधानमंत्री शाहजहांपुर में करीब डेढ़ घंटा तक रुके थे। दोपहर 2:50 बजे उनका हेलिकॉप्टर वापस बरेली के लिए रवाना हो गया।
इतना ही नहीं उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि पहले की काननू व्यवस्था थी कि लोग अपने घरों पर कहते थे कि दीया बरे तो घर लौट आओ, क्योंकि सूरज डूबता था तो कट्टा लहराने वाले सड़कों पर घूमने लगते थे। मगर आज वो कट्टा लहराने वाले गायब हो चुके है।
एक्सप्रेस-वे एक नजर में
गंगा एक्सप्रेस वे 594 किलोमीटर लंबा और छह लेन का होगा जिसे 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित किया जाएगा। यह एक्सप्रेस वे प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजर रहा है। जिसमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदाई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ और प्रयागराज शामिल है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि एक्सप्रेस वे बनने के बाद, यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। जिसका शिलान्यास आज यानि 18 दिसंबर, शनिवार को शाहजहांपुर में किया गया।
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