अशाेक यादव, लखनऊ। विधान परिषद सदस्यों के साथ हुई बैठक में समाजवादी पार्टी ने उसके सरकार में हुए विकास कार्यों और भाजपा सरकार की विफलाताओं को लेकर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। बुधवार को समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्यों की बैठक यहां पार्टी मुख्यालय में हुई, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की।
बैठक में प्रदेश की राजनीतिक-आर्थिक स्थिति पर चर्चा के साथ सन् 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की गई। साथ ही संकल्प लिया गया कि आगामी चुनावों में समाजवादी पार्टी अपनी सरकार के विकास कार्यों और उपलब्धियों को सामने रखकर चुनाव में उतरेगी। भाजपा सरकार अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में हर मोर्चे पर विफल रही है। बैठक में कहा गया कि भाजपा राज में किसानों और नौजवानों की सबसे ज्यादा दुर्दशा हुई है।
भाजपा ने किसानों के साथ किया एक भी वादा पूरा नहीं किया है न तो उसकी फसल की एमएसपी पर खरीद हुई और नहीं वादे के अनुसार उसे लागत का डयोढ़ा मूल्य मिला। उसकी आमदनी दुगनी करने का वादा भी भाजपा ने नहीं निभाया हैं। उल्टे किसान की खेती पूंजी घरानों की बंधक बनाने के लिए तीन काले कृषि कानून आ गए हैं। किसानों के आंदोलन को दबाने की साजिशें हो रही हैं। बैठक में यह भी कहा गया कि नौजवानों को नौकरी देने के नाम पर सिर्फ उन्हें बहकाने का काम किया गया है।
भाजपा सरकार ने प्रदेश के नौजवानों को चार लाख नौकरियां देने का झूठा वादा किया। नौजवान नौकरी के लिए मारा-मारा फिर रहा है। औद्यौगिक संस्थान कर्मचारियों की छंटनी कर रहे है जिससे बेरोजगारी बढ़ रही है। नौजवानों का भविष्य अंधकार में है। बैठक में कहा गया कि भाजपा राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ी है। व्यापारियों के अपहरण और हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। जनता महंगाई से परेशान है। पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, तेल, खाद्य पदार्थ सभी के भाव आसमान छू रहे हैं, विकास कार्य ठप हैं।
विधान परिषद सदस्यों ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र विरोधी दल है। बैठक में अखिलेश यादव ने सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कोरोना संकट से बचाव के लिए हमें सतर्क और सजग रहना होगा। बैठक में कहा गया कि प्रदेश की जनता के समक्ष जो चुनौतियां है उनके निवारण में समाजवादी पार्टी ही सक्षम है। समाजवादी पार्टी ही राज्यों को विकास के रास्ते पर ले जा सकती है। जनता का भरोसा समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर है। बैठक में राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन तथा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।