
अशाेक यादव, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के संबलपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के स्थाई कैंपस की नींव रखी। इस कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल के अलावा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। नवीन पटनायक ने पीएम मोदी का स्वागत करते हुए आईआईएम के स्थाई कैंपस के लिए आभार प्रकट किया।
जब आपमें से अनेक साथी संबलपुरी टेक्सटाइल और कटक की फिलिगिरी कारीगरी को ग्लोबल पहचान दिलाने में अपने कौशल का इस्तेमाल करेंगे, यहां के टूरिज्म को बढ़ाने के लिए काम करेंगे। तो आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ ही ओड़िशा के विकास को भी नई गति मिलेगी।
Work from anywhere के कॉन्सेप्ट से पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज से ग्लोबल वर्कप्लेस में बदल गई है। भारत ने भी इसके लिए हर जरूरी रिफॉर्म्स बीते कुछ महीनों में तेजी से किये हैं।
देश के नए क्षेत्रों में नए अनुभव लेकर निकल रहे मैंनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। इस साल भारत ने कोविड संकट के बावजूद पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं।
बीते दशकों में एक ट्रेंड देश ने देखा, बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े। ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशसल्स के निर्माण का है।
आज IIM कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओडिशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला भी रखी गई है। IIM का ये स्थायी कैंपस ओडिशा के महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओडिशा को मैंनेजमेंट जगत में नई पहचान देने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ओडिया भाषा में की। उन्होंने लोगों को नए साल की बधाई दी।
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