सिडनी: ऑस्ट्रेलिया में भारतीय खदान कारोबारी का विरोध बढ़ता जा रहा है। अब यहां स्कूली बच्चे भी उनके खिलाफ प्रदर्शन करने उतर आए हैं। शनिवार को हजारों बच्चों ने देशभर में अदानी के खिलाफ रैली निकाली। बच्चों की इस रैली को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में अदानी का खनन प्रोजेक्ट पिछले 8 सालों से विवादों में है। पर्यावरणविदों ने इससे ग्रेट बैरियर रीफ को भारी नुकसान की चेतावनी जताई है। इसे तब और बड़ा झटका तब लगा, जब 2015 में सिडनी की एक फेडरल कोर्ट ने प्रोजेक्ट को मिली पर्यावरणीय मंजूरी को वापस लेने का फैसला दिया।
बाद में ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कोर्ट के इस फैसले को पलटते हुए प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी, लेकिन उसने इसके साथ ही समुदाय और पर्यावरण के मानकों से जुड़े कई और प्रतिबंध इस पर थोप दिए। पिछले साल दिसंबर में कंपनी ने लोन मिलने में विफल रहने के बाद माइनिंग सर्विसेज कंपनी डाउनर ईडीआई के साथ कोल माइन को विकसित और चलाने के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया था। कोर्ट ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से सिर्फ आस्ट्रेलिया में ही पाई जाने वाली छिपकली, यक्का स्किंक और इस इलाके में पाए जाने वाले ऑर्नामेंटल सांपो की प्रजाति के लिए खतरा है। इससे पहले पिछले महीने यहां देश के मुख्य शहरों में प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के खिलाफ प्रदर्शन किए थे। बच्चों के इस प्रदर्शन में बड़े लोगों ने भी भाग लिया था। रैली निकाल रहे एक बच्चे ने कहा कि हम वो लोग हैं जो एक बेहतर भविष्य के लिए लड़ रहे हैं और लड़ते रहेंगे।
हम न सिर्फ अपने बल्कि अपने बच्चों और उनके बच्चों के भविष्य के लिए लड़ेंगे। हालांकि, पिछले महीने ही अदानी ग्रुप ने ऑस्ट्रेलिया में प्रस्तावित कारमाइकल कोल माइन और रेल प्रोजेक्ट को विकसित करने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना में कुछ संशोधन करने और उसे खुद से फाइनैंस करने का फैसला लिया था। अदानी माइनिंग के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर लुकस डाउ ने कहा था कि आने वाले दिनों में योजना के मुताबिक नैरो-गेज रेल सॉल्यूशंस के साथ माइन के लिए कम प्रॉडक्शन को अपनाएंगे, जो करमाइकल माइन और रेल प्रोजेक्ट से जुड़े शुरुआती खतरों को समाप्त कर देगा।
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