
अशाेक यादव, लखनऊ। राजधानी लखनऊ स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान का आज 100 वां स्थापना दिवस था। जिसके शताब्दी समारोह के मुख्य अतिथि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ रहे। इस अवसर पर उन्होंने तीन बाघों का नामकरण भी किया।
दो नर बाघों का उन्होंने शेरखान व सिम्बा और बाघिन का नाम साक्षी रखा। इसके साथ ही नर तेंदुए का नाम तेजस और मादा का नाम भवानी रखा। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि हमारी सरकार सभी मानव के साथ जीव-जंतु के प्रति भी बेहद संवेदनशील है।
उन्होंने कहा कि इटावा के लायन सफारी में कुछ शेरों को कोरोना हुआ था। इसकी जानकारी होते ही उनका उपचार भी कराया गया। इसके बाद वह ठीक हो गए थे। हमारी सरकार ने न केवल मनुष्य बल्कि इस वैश्विक महामारी की चपेट में कोई भी प्राणी आया तो उसको भी बचाया गया।
चिड़ियाघर (नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान) के शताब्दी समारोह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीव-जन्तु ही नहीं, बल्कि संपूर्ण पर्यावरण की रक्षा करना प्रत्येक नागरिक का दायित्व होना चाहिए।
प्राणि उद्यान लखनऊ की सौ वर्षों की यात्रा पर डाक विभाग ने आज एक डाक टिकट जारी किया है। यह सब अपने आप में न केवल संग्रहणीय हैं। बल्कि इनके पीछे हम सब के लिए बहुत कुछ प्रेरणादायक भी है। मैं वन विभाग और नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ को 100 वर्षों की शानदार यात्रा के लिए हृदय से बधाई देता हूं।
प्राणि उद्यान लखनऊ की राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान है। इस अवसर पर मैं सबका हृदय से अभिनंदन करता हूं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान, लखनऊ के शताब्दी समारोह के अवसर पर शताब्दी स्तम्भ का अनावरण और डाक टिकट व शताब्दी स्मारिका का विमोचन भी किया।
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