लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोंडा के डीएम जेबी सिंह और फतेहपुर के डीएम प्रशांत कुमार को अवैध खनन और वित्तीय अनियमितताओं के चलते निलंबित कर दिया है. इनके अलावा प्रदेश के खनन निदेशक बलकार सिंह को भी अपने पद से हटा दिया गया है. फिलहाल, उन्हें दिव्यांगजन विभाग भेज दिया गया है. खनन विभाग में अनियमितताओं को लेकर बलकार सिंह पहले भी चर्चा में रह चुके हैं. उनकी जगह पर आंजनेय कुमार को फतेहपुर और प्रभांशु श्रीवास्तव को गोंडा का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है.
फतेहपुर जनपद में गेहूं खरीद में अनियमितताओं को लेकर जिलाधिकारी प्रशांत कुमार के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की गई. सीएम योगी ने कहा कि वरिष्ठ स्तर पर जिम्मेदारी निर्धारित करना आवश्यक है, ताकि सरकार के महत्वपूर्ण काम समय पर पूरा किया जा सके. इस मामले में FIR दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. पूरी जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 31 मई, 2018 को विशेष सचिव खाद्य, अपर आयुक्त खाद्य द्वारा गेहूं क्रय केन्द्रों पर जांच की गई थी. जांच में पाया गया कि 13 मई के बाद से लेकर अब तक लगभग 18 दिनों में खरीद न किए जाने का कोई औचित्य नहीं दर्शाया गया है. साथ ही किसानों को टोकन वितरण न करने और गेहूं खरीद को प्रभावित करने में खाद्य आयुक्त द्वारा 6 जून, 2018 को प्रकरण में दोषी पाए गए अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
कलेक्टर के अलावा बिसौली मंडी के क्रय प्रभारी नरेंद्र कुमार को भी निलंबित किया गया है. फतेहपुर के जिला प्रबंधक मोहम्मद रफीक अंसारी को भी निलंबित किया गया है. इसी प्रकार फतेहपुर मंण्डी के यूपी एग्रो संस्था के क्रय प्रभारी प्रेम नारायण को भी निलंबित किया गया है. यूपी एग्रो के जिला प्रबंधक गुलाब सिंह के निलंबन की भी संस्तुति की गई है. विपणन शाखा के क्रय केंद्रों में दोषी पाए गए विपणन निरीक्षक शक्ति जायसवाल को भी निलंबित किया गया है. जिला खाद्य विपणन अधिकारी घनश्याम के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई है
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